राजकोट. सामान्यतया खेलते समय बच्चे कुछ ऐसी हरकत करते हैं जो उनके ही जान के लिए जोखिम बन जाती है। ऐसा ही हादसा राजकोट शहर के तीन वर्ष के एक बच्चे के साथ हुआ।
शहर के निवासी ऋषि जिंजुवाडिया के तीन वर्ष के पुत्र शौर्य (3) ने घर पर खेलते समय नाक के दाहिने हिस्से में मेटल का स्क्रू डाल दिया। बच्चे के पिता ने स्क्रू निकालने का प्रयास किया लेकिन बच्चे ने गहरी सांस ली और स्क्रू नाक में गहराई तक पहुंच गया।
पिता ने बच्चे को शहर के विद्यानगर रोड स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचाया। वहां ईएनटी सर्जन डॉ. हिमांशु ठक्कर ने बच्चे को तुरंत ऑपरेशन थियेटर में ले जाकर दूरबीन से कुछ ही मिनटों में बच्चे की नाक के दाहिने हिस्से में फंसे मेटल के स्क्रू को निकाल दिया। बच्चे की नाम में करीब डेढ़ सेंटीमीटर लंबा स्क्रू दूरबीन के जरिए निकाला गया।
डॉ. हिमांशु के अनुसार यदि बहुत संकरी जगह में गहराई तक फंसा मेटल का स्क्रू नाक से फिसलकर सांस की नली में फंस जाता है तो जान को जोखिम हो सकती है। स्क्रू निकालते समय नाक से खून निकलने की समस्या होने पर कठिन परिस्थिति होने की स्थिति में वे अनेक ऑपरेशन सफलतापूर्वक कर चुके हैं। उन्होंने शौर्य की नाक से भी बिना किसी जटिलता के ही दूरबीन से मेटल का स्क्रू निकालकर मुसीबत से बाहर निकाला। बच्चे के पिता ऋषि ने डॉ. हिमांशु का आभार जताया।