शाह शनिवार को गांधीनगर के कोलवडा में आयोजित विकास कार्यों के लोकार्पण व शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सियालकोट और अन्य आतंकी शिविरों में छिपे अंतरराष्ट्रीय आतंकी घटनाओं की योजना बनाने वाले लोगों को भारत से स्पष्ट संदेश मिला है कि अब अगर भारत के लोगों के खिलाफ कोई आतंकी गतिविधि हुई, तो जवाब दोगुनी ताकत से दिया जाएगा।उन्होंने कहा कि इस बार ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के मुख्यालय नष्ट किए गए। 9 ऐसे ठिकानों को नष्ट किया जहां आतंकियों को प्रशिक्षण दिया जाता था।
एटम बम की धमकी से नहीं डरते, अंदर घुसकर की कार्रवाई
शाह ने कहा कि जो लोग हमें धमकी देते थे कि उनके पास परमाणु बम (एटम बम) हैं, उन्हें लगता था कि हम डर जाएंगे, लेकिन हमारी सेना, नौसेना और वायुसेना ने उन्हें ऐसा करारा जवाब दिया कि पूरी दुनिया हमारे सैन्य बलों के धैर्य और पीएम मोदी के दृढ़ नेतृत्व की प्रशंसा कर रही है। स्वतंत्रता के बाद पहली बार भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदर 100 किमी तक घुसकर हमला किया और आतंकी शिविरों को नष्ट किया।