
ऐसा होगा अजमेर का पटेल स्टेडियम
अजमेर. स्मार्ट सिटी (smart city) अधिकारियों ने पटेल स्टेडियम को विकसित करने के लिए के लिए मॉडल तैयार किया है। जिले के प्रभारी सचिव भवानी सिंह देथा ने शुक्रवार को अधिकारियों के साथ पटेल स्टेडियम में कार्यों को लेकर चर्चा की। स्मार्ट सिटी के अधीक्षण अभियंता अविनाश शर्मा ने बताया कि देथा ने कार्यों पर सहमति जता दी है। अब इस पर आने वाले खर्चे का ब्यौरा लेकर 10-15 दिन में टेंडर जारी कर दिए जाएंगे।
यह होंगे कार्य
- एक मल्टीलेवल इंडोर स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स बनाया जाएगा। इसमें रेसलिंग, बॉक्सिंग, कबड्डी, जूडो प्रतियोगिताएं होंगी। जिम्नेजियम भी बनाया जाएगा।
- फुटबॉल मैदान को विकसित किया जाएगा।
- पटेल स्टेडियम में करीब 60 खिलाडिय़ों व कोच के ठहरने की भी व्यवस्था की जाएगी।
- स्वीमिंग पूल को इंटरनेशन साइज का बनाया जाएगा।
- वॉलीबॉल कोर्ट बनाए जाएंगे।
- पटेल मैदान में एथलेटिक्स के लिए सिंडर ट्रैक बनाए जाएंगे।
- पटेल मैदान का प्रवेश द्वार भव्य बनाया जाएगा।
- 2 टेनिस कोर्ट बनाए जाएंगे।
- टेबल टेनिस कोर्ट का फर्श बदला जाएगा।
- बैडमिंटन कोर्ट का विस्तार करते हुए एक और कोर्ट बनाया जाएगा।
- सिंथेटिक बैडमिंटन कोर्ट बनाया जाएगा।
बारादरी को भी बनाएंगे स्मार्ट
स्मार्ट सिटी के तहत बारादरी पर कार्य कराने के लिए शुक्रवार को जिले के प्रभारी सचिव भवानी सिंह देथा ने अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने बारादरी पर जाकर निरीक्षण भी किया। स्मार्ट सिटी के अधीक्षण अभियंता अभियंता अविनाश शर्मा ने बताया कि केंद्रीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम अजमेर आएगी, उनकी टीम द्वारा यह तय किया जाएगा कि बारादरी पर क्या-क्या कार्य करवाए जाने हैं। उनसे प्रस्ताव मिलने के बाद स्मार्ट सिटी के तहत कार्य करवाए जा सकेंगे।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी : देथा
अजमरे जिले के प्रभारी सचिव भवानी सिंह देथा ने अधिकारियों की बैठक में कहा कि प्रशासनिक कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शुक्रवार को अजमेर आए देथा नेकहा कि
सामाजिक सुरक्षा पेंशन में वार्षिक सत्यापन के लिए व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने की बाध्यता को अब समाप्त कर दिया गया है। ऐसे में लंबित सत्यापन का कार्य 31 दिसम्बर तक पूरा कर लें।
उन्होंने कहा कि सतर्कता समितियों को प्रभावी बनाया जाए। उसकी नियमित बैठकें हों। उपखण्ड स्तर पर भी इसकी नियमित बैठकें हों। उन्होंने जिला कलक्टर से कहा कि वे आमजन की समस्याओं को नियमित रूप से जनसुनवाई के माध्यम से सुने, नियमित रात्रि चौपाल एवं रात्रि विश्राम करें ताकि समस्याओं का वास्तविक फीडबैक मिल सके।
Published on:
07 Dec 2019 12:32 pm
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