
अजमेर में पकड़ी गईं बांग्लादेशी युवतियां और महिला। (फोटो- पत्रिका)
अजमेर। बांग्लादेशी युवतियां एवं महिलाएं अवैध रूप से अजमेर में बसने के लिए घर बसाने से भी नहीं चूकीं रही हैं। कुछ ने निकाह किया तो कुछ ने 7 फेरे लेकर स्थायी निवास करने की योजना को मूर्तरूप दे दिया। अब उनके बच्चे भारतीय हो गए हैं, ऐसे में अब उन्हें बच्चों से मिलने के लिए वीजा लेकर भारत आना पड़ेगा।
अजमेर जिले में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी परिवार सोची समझी साजिश के तहत डेरा जमा रहे हैं। इनमें युवतियां और महिलाएं स्थानीय लोगों के साथ शादी रचा रही हैं। कुछ महिलाओं के 4 से 7 बच्चे अजमेर में जन्म ले चुके हैं।
पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में ऐसी 6 बांग्लादेशी महिलाओं को डिटेन किया है, जो कई सालों से अपनी एक-दो संतान को लेकर अवैध तरीके से बॉर्डर लांघकर आईं और यहां निकाह और शादी रचाकर घर बसा लिया।
रूपनगढ़ उपखंड में एक महिला द्वारा हिंदू युवक से शादी करने का मामला सामने आया है। महिला ढाका के कुमिल्ला हेंचर की रहने वाली सादिया है, जिसने नाम बदलकर अंजली देवी कर लिया और मोहनलाल जाट से शादी रचा ली। वहीं उसकी छोटी बहन सुमैया ने माया देवी बनकर सुगनाराम जाट से शादी की। उनकी रिश्तेदार कल्पना बेगम ने सपना देवी बनकर पूरणमल जाट से शादी रचाई। तीनों को पुलिस ने डिटेन कर डिटेंशन सेंटर में रखा है।
इधर, स्पेशल टास्क फोर्स ने घुसपैठिए रबीउल इस्माइल को गिरफ्तार किया। उसने खुद को असम और पत्नी हलीमा खातून को पश्चिम बंगाल का बताया। उसके सात बच्चे हैं। वहीं बांग्लादेश निवासी पन्ना बेगम उर्फ अमीना (42) पुत्री मोहम्मद हैदर, उसकी बेटी समीरा (24) पुत्री मोहम्मद बुशीरा को डिटेन किया। पन्ना ने अजमेर में शाहबुद्दीन से दूसरी शादी रचा ली।
रूपनगढ़ थाना पुलिस, सीआइडी जोन की टीम ने तीन ऐसी महिलाओं को डिटेन किया है, जिन्होंने जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में अवैध रूप से बसने के कुछ दिन बाद ही अजमेर के ग्रामीण क्षेत्र में हिन्दू पुरुष से शादी रचा ली। इसमें दो मुस्लिम बहनें और रिश्तेदार महिला ने तो रूपनगढ के जाट समुदाय के युवकों से शादी कर ली और अपना रहन-सहन, परिधान तक बदल डाला।
इन बांग्लादेशी महिलाओं के मामले की पुलिस-खुफिया एजेंसी लगातार अनुसंधान में जुटी हैं। इनके अनुसंधान में कई चौकाने वाले मामले भी सामने आ सकते हैं।
अब तक 6 अवैध बांग्लादेशी महिलाओं को डिटेन किया गया है जो अवैध तरीके से भारत आने के बाद शादी, निकाह रचा चुकी हैं। यहां शादी के बाद हुए बच्चों को भी डिटेन किया था। उन्हें यहां रखा गया है। महिलाओं को डिटेन सेंटर भेजा गया है। बच्चों से मिलने के लिए नियमानुसार वीजा लेकर आना होगा। - राजेश मीणा, एएसपी सीआइडी सीबी जोन
Updated on:
31 May 2025 04:31 pm
Published on:
31 May 2025 03:21 pm
बड़ी खबरें
View Allअजमेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
