लोकसभा चुनाव में राजस्थान से सबसे बड़े अंतर से जीतने वाले प्रथम तीन सांसदों में भागीरथ चौधरी का नाम शामिल है।
Bhagirath Choudhary: भागीरथ चौधरी को केन्द्र सरकार में केन्द्र सरकार में कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री की जिम्मेदारी देकर भाजपा ने मध्य राजस्थान को भी साधने का प्रयास किया है। राजस्थान की हृदयस्थली अजमेर से नरेन्द्र मोदी की पहली सरकार में सांवरलाल जाट को जिम्मेदारी दी गई थी। अब मोदी 3.0 में अजमेर से दूसरी बार सांसद बने भागीरथ के माध्यम से जाट समाज को प्रतिनिधित्व देकर राजस्थान में सोशल इंजीनियरिंग का काम पार्टी ने किया है।
प्रधानमंत्री मोदी की पिछली सरकार में पश्चिमी राजस्थान की बाड़मेर सीट से चुनकर आए सांसद कैलाश चौधरी को कृषि राज्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई। अब पश्चिमी राजस्थान की बजाय यह जिम्मेदारी मध्य राजस्थान के अजमेर से सांसद चौधरी को दी गई है।
राजस्थान में कई सीटें हैं जो जाट बाहुल्य हैं। इनमें से कुछ सीटों पर कांग्रेस, निर्दलीय या अन्य दलों के सांसद चुने जाने के कारण किसान नेता के रूप में कोई विकल्प भी नहीं था। ऐसे में अजमेर से निर्वाचित सांसद भागीरथ चौधरी को जिम्मेदारी दी गई। वे राजस्थान में किसान मोर्चा अध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके हैं।
लोकसभा चुनाव में राजस्थान से सबसे बड़े अंतर से जीतने वाले प्रथम तीन सांसदों में भागीरथ का नाम शामिल है। लगातार दूसरी बार वे अजमेर से सांसद चुने गए। हाल ही विधानसभा चुनाव में किशनगढ़ से उन्होंने चुनाव लड़ा और तीसरे नम्बर पर रहे, हालांकि लोकसभा चुनाव में उन्होंने करीब चार लाख मतों से जीत दर्ज की।
चौधरी आरएसएस विचारधारा से जुड़े हुए हैं। वहीं मार्बल व्यवसायी के रूप में भी उनकी मार्बल मंडी किशनगढ़ में पहचान है। मार्बल उद्योग के विकास के लिए भी उनके प्रयास अच्छे रहे हैं।
चौधरी के मिलनसार व्यक्तित्व एवं कार्यकर्ताओं एवं आमजन के लिए सहज सुलभ रहने से भी उनके प्रति नाराजगी नहीं रही। चौधरी ने संगठन को हमेशा आगे रखा है।