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बिजली चोरों पर भारी पड़ रहा है ‘शनि  अभियान में पकड़े 1955 बिजली चोर

लगाया 392.84 लाख का जुर्माना 595 अभियंताओं ने मारा छापा

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बिजली चोरों पर भारी पड़ रहा है 'शनि  अभियान में पकड़े 1955 बिजली चोर

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अजमेर.बिजली चोरों electricity thieves पर शनिवार का दिन भारी पड़ रहा है। ajmer discom अजमेर विद्युत वितरण निगम की ओर से प्रत्येक शनिवार को चलाए जा रहे अभियान campaign में सैकड़ों की संख्या में बिजली चोर हत्थे चढ़ रहे हैं। निगम ने बिजली चोरी पकडऩे के लिए विजिलेंस तथा ओएंडएम विंग के मासिक लक्ष्य तय कर रखे हैं। इसके अलावा निगम के तहत आने वाले 11 जिलों में प्रत्येक शनिवार को विशेष अभियान शुरु किया गया है। इसके लिए सैकड़ों की संख्या में अभियंताओं की टीमों को मैदान में उतारा जा रहा है। निगम के 595 अभियंताओं ने पिछले शनिवार को 4 हजार 536 जगहों पर छापे मारते हुए 1 हजार 995 जगहों पर बिजली चोरी पकड़ी। बिजली चोरों पर 3 करोड़ 92 लाख 84 हजार का जुर्माना लगाया गया। सर्वाधिक 489 बिजली चोरी के मामले झुंझुनू में पकड़े गए। बिजली चोरी पकडऩे के दौरान अवैध ट्रांसफार्मर भी जब्त किए गए।

कहां कितने मामले पकड़े
अजमेर सिटी सर्किल में बिजली चोरी के 102 मामले पकड़े गए। जबकि अजमेर जिला सर्किल में 65, भीलवाड़ा में 247, नागौर में 291, सीकर में 177,उदयपुर में 153, राजसमन्द में 56, बांसवाड़ा में 88, डूंगरपुर में 57, चित्तौडगढ़़ में 205, प्रतागढ़ में 65 बिजली चोरी के मामले शनिवार को पकड़े गए।

डिस्कॉम्स चेयरमैन ने अभियान को सराहा
वीडियो कांफ्रेसिंग में डिस्कॉम कम्पनियों को चेयरमैन ने अजमेर डिस्कॉम के बिजली चोरी पकडऩे के लिए चलाए जा रहे इस अभियान की सराहना की है। इसके अलावा छीजत काबू में होने तथा राजस्व वसूली बेहतर होने, ट्रांसफार्मर, मीटर जमा करवाने तथा बिजली चोरी रोकने के लिए किए जा रहे नवाचार की भी प्रशंसा की गई है।

अब आईपी बैंक से ही मिलेगी डाककर्मियों को तनख्वाह
अजमेर. डाक विभाग के हजारों कर्मचारियों को अब राष्ट्रीय बैंक की बजाय विभाग के ही इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीबी) के जरिए ही तनख्वाह मिलेगी। डाक विभाग राजस्थान दक्षिणी क्षेत्र के तहत आने वाले जिलों के अलावा अन्य जिलों के कर्मचारियों को भी अब आईपीबी से ही तनख्वाह मिलेगी। दक्षिणी क्षेत्र के तहत आने वाले 5 हजार 659 कर्मचारियों के खाते खोल जाए चुके हैं। इनमें 1 हजार 877 नियमित तथा 3 हजार 782 जीडीएस कर्मचारी हैं। आईपीबी में खोले गए खातों को कर्मचारियों के सेविंग बैंक से लिंक किया गया है। आईपीबी में निर्धारित सीमा एक लाख रुपए तक की राशि ही रखी जा सकती है। इसके बाद शेष राशि कर्मचारी के डाक विभाग के सेविंग खाते में चली जाएगी। विभाग की इस योजना से आईपीबी में खाता धारकों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।

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