कुएं से धमाके की आवाज सुनकर लोग मौके पर आए गोयला निवासी चांदमल भील (70) घर से खेत पर जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन उसे क्या पता था कि अब वह जिंदा नहीं लौटेगा। रोजोना की तरह रविवार अपराह्न 3 बजे वह खेत पर गया था। पैर फि सलने पर उसके कुएं में गिरते ही तेज धमाका हुआ। तब आसपास के खेतों में काम कर रहे अन्य किसान व परिजन मौके पर भागकर आए। बाद में कई ग्रामीण भी आ आए।
रात को अंधेरा होने से बचाव व राहत कार्य में आई परेशानी घटना के बाद पंपसैट सहित अन्य साधनों से कुएं का पानी तोड़ा गया, लेकिन कुआं गहरा होने से शव को बाहर नहीं निकाला जा सका। रात को अंधेरा होने से भी परेशानी आई। सरवाड़ थानाधिकारी चन्द्रप्रकाश यादव व उपखंड अधिकारी तारामती वैष्णव को ग्रामीणों ने सूचना दी। इसके बावजूद प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा नहीं आने से शव कुएं में तैरता रहा।
गुस्साए ग्रामीणों ने सरवाड़ थानाप्रभारी को प्रदर्शन की चेतावनी दी। जिला कलक्टर व जिला पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने को कहा। तब जाकर एसएचओ मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों व पुलिस ने मिलकर घटना के सात घंटे बाद रात 10 बजे शव को बाहर निकाला गया। सोमवार को सरवाड़ अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर शव परिजन को सौंप दिया। मौके पर नवनिर्वाचित सरपंच रामदेव गुर्जर के अलावा गणेश सिंह राठौड़, पटवारी एवं ग्रामीण मौजूद रहे।