
DGP rajasthan Bhupendra singh
अजमेर. पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 370 प्रशासनिक, राजनीतिक निर्णय है। इसका किसी जाति, धार्मिक से सीधा कोई ताल्लुक नहीं है। प्रदेश में किसी तरह से माहौल बिगडऩे की बात गलत है। डीजीपी सोमवार शाम को अजमेर पहुंचे। यहां शहर कांग्रेस व अजमेरवासियों की ओर से अभिनन्दन किया गया। पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में डीजीपी सिंह ने कहा कि पहलू खां प्रकरण पुलिस के लिए मॉबलिंचिंग का एक केस है। कुछ दस-पन्द्रह लोगों की भीड़ किसी व्यक्ति को क्रूरता से पीट-पीटकर मार देती यही मॉबलिंचिंग है। इसे अकेल साम्प्रदायिकता की घटना या किसी जाति-धर्म से जोड़कर देखने की बजाय समग्रता से देखें। सरकार ने मॉबलिंचिंग कानून बनाकर पहलू खां या उसके जैसे मामलों में पीडि़त परिवार को न्याय देने का प्रयास किया गया है।
डीजीपी सिंह ने कहा कि आमजन भी पुलिसिंग में सहयोग कर शहर के जनजीवन को अच्छा बनाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं। शहर की यातायात व्यवस्था समेत रोजमर्रा की समस्याओं के समाधान में पुलिस के साथ मिलकर बेहतर काम किया जा सकता है।
बच्चों में नशा मुक्ति रोकने के होंगे प्रयास
डीजीपी सिंह ने मादक पदार्थ की तस्करी और बच्चों में ड्रग्स व अवैध शराब की रोकथाम के लिए आमजन को पुलिस की मदद करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अजमेर एसपी को मादक पदार्थ तस्करी पर विस्तृत कार्य योजना बनाने के लिए निर्देश दिए हैं। जल्द ही ऐसा कार्यक्रम शुरू करेंगे, जिससे बच्चों में नशा मुक्ति के प्रयास तेज हो सकें।
पुलिस में नफरी के सवाल पर डीजीपी सिंह ने कहा कि अक्टूबर तक 600 जवान प्रशिक्षण प्राप्त कर जिला पुलिस के बेड़े मे शामिल होंगे।
जरूरत पडऩे पर कार्रवाई
सिंह ने खादिम सरवर चिश्ती के भड़काऊ वीडियो वायरल करने पर कहा कि ऐसे में मामलों को सामाजिक समरसता, प्रेम और समझाइश से सुलझाने की जरूरत है। जरूरत पडऩे पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि जातीय और धार्मिक सद्भाव तोडऩा खराब है। भीतर का विभाजन भी उतना खराब है जितना बाहर की ताकतों के बारे में बोलना। सभी के लिए कानून में पर्याप्त व्यवस्था है।
रामदेवरा जातरूओं की होगी सुरक्षा
समारोह में वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश टंडन ने डीजीपी सिंह का चुनरी ओढ़ाकर अभिनन्दन किया। टंडन ने डीजीपी से रामदेवरा जाने वाले जातरूओं की दुर्घटना से सुरक्षा के लिए पोकरण तक सभी जिलों में पिकेट्स लगाने व जरूरत होने पर यातायात डाइवर्ट करने की मांग की। उन्होंने रामदेवरा में तालाब पर सुरक्षा की दृष्टि से आरएसी कोटा की एक प्लाटून तैनात करने की बात कही।
मां से मिलने आए
डीजीपी सिंह सोमवार जोधपुर से लौटने के दौरान अजमेर स्थित अपने पैतृक आवास पर मां से मिलने आए। उन्होंने बताया कि डीजीपी बनने के बाद उनका अजमेर आने का पहला कार्यक्रम था। जल्द वह तय कार्यक्रम के अनुसार अजमेर आएंगे।
Published on:
20 Aug 2019 04:00 am
बड़ी खबरें
View Allअजमेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
