कोर्ट के आदेश का निकाल रहे तोड़, खुल गए रेस्टोरेंट, मिट्टी का किया भराव, राजस्थान पत्रिका ने उठाया सबसे पहले मुद्दा, स्टेट कमेटी ने दिए थे निर्देश-2014 से 2022 तक 12 जगहों पर हुआ निर्माण
अजमेर. अधिकारियों की शह के चलते भू-माफिया आनासागर झील का दायरा समेटने में जुटे हुुए हैं। माफिया व कथित खातेदार नो कंस्ट्रक्शन जोन में कच्चे निर्माण से पक्का अतिक्रमण करने में जुटे हुए हैं।
आनासागर झील के नो कंस्ट्रक्शन जोन में निर्माण कार्य पर रोक के बावजूद धड़ल्ले से अतिक्रमण बढ़ रहे हैं। कुछ ने पक्के निर्माण किए तो कुछ लोहे के कंटेनर, लकड़ी व घास की झोपडि़यां (हट्स) बनाकर व्यावसायिक गतिविधियां संचालित कर रहे हैं।
झील संरक्षण की स्टेट कमेटी ने इसलिए बरती गंभीरता
- झील संरक्षण राज्य प्रभारी डॉ. समिति शर्मा की विजिट निर्देश की पालना नहीं।
- दीपावली अवकाश के दौरान राजस्थान पत्रिका की ओर से मामला उठाने के बाद निर्देश के बाद भी पालना नहीं।
- दीपावली पर हुए अतिक्रमण की निगम सीईओ को निर्देश के बाद भी कार्रवाई नहीं।- मौखिक आदेशों को नजर अंदाज किया।
तीन दिन में मांगी रिपोर्ट
राजस्थान झील संरक्षण कमेटी की ओर से जिला कलक्टर अंशदीप को पत्र लिखकर तीन दिन में रिपोर्ट तलब की है।
मिट्टी भराव कर पांच फीट मिट्टी का भराव
पुष्कर रोड विश्राम स्थली के बाद झील के दायरे में कथित खातेदार की ओर से मिट्टी का भराव कर समतलीकरण किया गया है। यह कार्य भी नगर निगम के एक एक्सईएन ने फोरी कार्रवाई कर रुकवाया।
आठ साल में 12 जगह पर हुए अवैध निर्माण व अतिक्रमणआनासागर झील क्षेत्र को 2014 में नो कंस्ट्रक्शन जोन घोषित होने के बाद 2022 के मध्य करीब 12 जगह मिट्टी डालकर अवैध निर्माण व अतिक्रमण किया गया है। यह जांच कमेटी की ओर से भी चिह्नित किए गए हैं।
इनका कहना है
आनासागर झील को नो कंस्ट्रक्शन जोन घोषित करने के बाद अवैध रूप से निर्माण व अतिक्रमण हुआ है। जिला कलक्टर से रिपोर्ट मांगी है। अतिक्रमियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अवकाश के दिनों में अतिक्रमण व मिट्टी भराव के समय भी निर्देश दिए थे।
- डॉ. समित शर्मा, प्रभारी (प्रमुख शासन सचिव) राजस्थान झील संरक्षण कमेटी