18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अजमेर

Mayo college: युवाओं का अनुभव बना सकता है भारत को श्रेष्ठ

नागरिक दुनिया में छाप छोड़ सकते हैं। इसका समस्त उत्तरदायित्व छात्रों और युवा पीढ़ी पर है।

Google source verification

अजमेर. युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उनके अनुभव और नैतिक ज्ञान से भारत दुनिया का श्रेष्ठ मुल्क बनेगा। यह बात पंजाब के राज्यपाल (governor of punjab) वी. पी. सिंह बदनौर ने मेयो कॉलेज के 136 वें वार्षिकोत्सव के दौरान कही।

Read More: Weather in ajmer: सर्द हुआ अजमेर, शुरू हुई 2019 की टिकटिक

उन्होंने कहा कि आज समाज और देश और दुनिया (world) को गुणवान, नैतिक और ईमानदार लोगों की आवश्यक है। ऐसे वैश्विक नागरिक (citizens) दुनिया में छाप छोड़ सकते हैं। इसका समस्त उत्तरदायित्व छात्रों और युवा पीढ़ी पर है। इससे पहले निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल एस. एच. कुलकर्णी एवं विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने वार्षिक प्रतिवेदन (annual report) पेश किया।

Read More: RPSC: हो जाएं तैयार, 3 दिसंबर से होगी सहायक अभियन्ता मुख्य परीक्षा

राज्यपाल बदनौर ने खेलकूद, शैक्षिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कृत (prize distribution) किया।वर्ष 2018-19 में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विभिन्न सदन को देवगढ़ कप ,कोटा चैलेंज कप, बांग्लादेश ट्रॉफी, हैदराबाद कप फॉर एकेडेमिक्स, नरसिंगगढ़ शील्ड फॉर स्पोट्र्स और अन्य प्रदान की गई। उदयपुर शील्ड फॉर बेस्ट ऑल राउंड हाउस से नवाजा गया।

Read More: “ एक ही पहचान” नृत्य नाटिका में देश की विविधता में एकता का संदेश दिया……………. देखिए वीडियो

दिखे रंगबिरंगे साफे

बीकानेर पवेलियन (bikaner pavallion) पर पारम्परिक नजारा दिखा। पुरस्कार वितरण समारोह में मेयो कॉलेज के छात्र अपने अपने सदन के रंग-बिरंगे साफों (turbons) में नजर आए। ओल्ड बॉयज भी सतरंगी साफे और एक जैसी पोशाक में बैठे।

Read More: चांदी का मुकुट लौटाया, बोले किसी बेटी को दें छात्रवृत्ति

निदेशक कुलकर्णी एवं विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने मुख्य अतिथि और ओल्ड बॉयज का स्वागत किया। इस दौरान पूर्व छात्रों को जेटीएम गिब्सन अवार्ड भी प्रदान किया गया। इसी तरह ठाकुर रघुराज सिंह बदनोर अवार्ड भी प्रदान किया गया।

Read More: सांभर त्रासदी के बाद अब आनासागर झील पर मंडराया खतरा