दरगाह क्षेत्र में लंगर बांट रहे खादिम एवं स्वयंसेवकों ने एक डेटा शीट तैयार की है। इसमें जायरीन का नाम, मोबाइल नम्बर, मूल स्थान, अजमेर में कहां ठहरे हुए हैं, कितने लोग हैं, आदि का ब्यौरा है। सूची में जहां बड़ी संख्या में जायरीन शामिल हैं वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो रोजगार के लिए अजमेर आते हैं। कमेटी का मानना है कि फिलहाल जानकारी जुटाई जा रही है। ऐसे में आंकड़ा चार हजार के पार जा सकता है।
कहां के कितने जायरीन उत्तर प्रदेश-569, बिहार- 271, प. बंगाल- 744, महाराष्ट्र-255, आंध्रप्रदेश- 601, कर्नाटक-356, गुजरात-75, झारखंड-77, दिल्ली -21 अन्य -99 यह रखी मांग पठान ने उत्तर प्रदेश, बिहार और प. बंगाल के जायरीन के लिए अजमेर, जयपुर, कोलकाता एवं पटना मार्ग की रेल चलाने व महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक के जायरीन के लिए अजमेर, भोपाल, नागपुर, विजयवाड़ा, चेन्नई मार्ग पर रेल चलाने की मांग की है। वहीं दिल्ली, पंजाब व गुजरात राज्य के जायरीन को बस से भिजवाने की व्यवस्था किए जाने की मांग रखी है।