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अजमेर. बिजली चोरों के खिलाफ अजमेर विद्यत वितरण निगम का अभियान जारी है। शनिवार को एक साथ 7 जिलों में बिजली चोरी के संदेह पर 87 जगहों पर छापे मारे गए। इस दौरान बड़े पैमाने पर बिजली चोरी पकड़ी गई। नागौर जिले में 12 अवैध ट्रांसफार्मर जब्त किए गए। मंूडवा में 7 तथा खींवसर में 5 अवैध ट्रांसफार्मर पकड़े गए- इन्हें खेतों में गड्ढे बनाकर छुपाया गया गया था। नागौर में ही 20 किलोमीटर की अवैध विद्युत लाइन खींचकर बिजली चोरी की जा रही थी। निगम की टीम ने इस लाइन को ध्वस्त कर दिया। पुष्कर में बिजली चोरी के 12 मामले पकड़े गए। सेल्फ फाइनेंस स्कीम के 2 ट्रांसफार्मर से भी बिजली चोरी की जा रही थी। निगम ने दोनो ट्रांसफार्मर जब्त कर लिए। बिजली चोरों पर ढाई लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया। निगम की कार्रवाई देर शाम तक जारी थी।
33 दिन में 69 ट्रांसफार्मर जब्त
अजमेर विद्युत वितरण निगम ने पिछले 33 दिनों में बिजली चोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए 69 अवैध ट्रांसफार्मर जब्त किए है। सैकड़ों किमी अवैध विद्युत लाइन भी तोड़ी गई है। अकेल नागौर में ही नागौर में 60 अवैध ट्रांसफार्मर पकड़े जा चुके है। बिजली चोरों पर केस दर्ज करते हुए करोड़ों रूपए का जुर्माना भी लगाया गया है। नागौर का खींवसर सब डिवीजन का क्षेत्र बिजली चोरी का गढ़ बना हुआ है।
7 जिलों में हुई कारवाई
अजमेर विद्युत वितरण निगम ने शनिवार को अजमेर सिटी व जिला सर्किल, नागौर,भीलवाड़ा, डूंगरपुर, राजसमंद तथा प्रतापगढ़ जिलों में कार्रवाई की। बिजली चोरों के खिलाफ कार्रवाई में निगम के 600 अभियंता मैदान में उतरे। निगम के विजिलेंस विंग के अलावा एमएंडपी विंग सहित अन्य नॉन फील्ड के अभियंताओं ने कार्रवाई में भाग लिया। निगम का विशेष फोकस नागौर, सीकर, झुझूनू, चित्तौड़, सीकर, बांसवाड़ा जिले पर है। यहां विद्युत छीजत 10 प्रतिशत से अधिक है। बिजली चोरों के खिलाफ निगम की लगातार हो रही कार्रवाई से खलबली मची हुई है।
75 बिजली चोर पकड़े,19.36 लाख का जुर्माना
36 अभियंताओं ने 486 जगहों पर की छापेमारी
अजमेर. अजमेर विद्युत वितरण निगम के अजमेर जिला सर्किल के 36 अभियंताओं ने शनिवार को बिजली चोरी के संदेह पर किशनगढ़, केकड़ी एवं नसीराबाद के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों सहित अन्य जगहों पर 486 जगहों पर छापे मारे। अधीक्षण अभियंता एन.के.भटनागर ने केकड़ी क्षेत्र में सतर्कता जांच की। सतर्कता अभियान में 75 मामले चोरी तथा 9 मामले अनधिकृत उपयोग (मिसयूज) के मामले पकड़े गए। बिजली चोरों 19.36 लाख रूपए का जुर्माना लगाया गया। सतर्कता जांच के दौरान भरी गइ वीसीआर की औसतन जुर्माना राशि लगभग 23 हजार रुपए है। अधीक्षण अभियंता भटनागर ने बताया कि गंभीर प्रकृति के प्रकरणों में एफआईआर दर्ज करवा कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा रही है।
Published on:
04 Jul 2021 08:01 pm
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