
rabi crop : अजमेर जिले में ओलावृष्टि से 147 हैक्टेयर फसल प्रभावित
अजमेर.
जिले में गत दिनों कुछ इलाकों में हुई ओलावृष्टि से सरसों और चने की मामूली फसल प्रभावित हुई है। वहीं जिलेभर में हुई मावठ खेतों में खड़ी फसलों के लिए वरदान साबित हुई है। इससे किसानों को फसल के लिए समय पर पानी मिला है और सिंचाई की जरूरत भी पूरी हुई है।
इन दिनों खेतों में रबी की गेहूं, जौ, चना, सरसों, तारामीरा, जीरा आदि अनाज, दलहन और तिलहन की फसलें, सब्जियां और हरा चारा आदि लहलहा रहे हैं। पिछले दिनों जिले में कई स्थानों पर ओलावृष्टि और बारिश हुई। ओलावृष्टि से करीब 147 हैक्टेयर क्षेत्र में फसल प्रभावित हुई है।
इसमें फसलें 5 से 35 प्रतिशत तक प्रभावित हुई हैं। दूसरी ओर जिलेभर में हुई बारिश फसलों के लिए वरदान साबित हुई है। इससे लगभग सभी फसलों को फायदा पहुंचा है। फसलों में पानी की जरूरत पूरी हुई है। ऐसे में फसलों को जल्द सिंचाई की आवश्यकता नहीं पड़ी।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार ओलावृष्टि के समय सभी फसलें छोटी होने से अधिक नुकसान नहीं पहुंचा है। बड़ी फसलों के ओलावृष्टि और बारिश में आडी पडऩे की आशंका रहती है। बारिश से रबी की लगभग सभी फसलों को फायदा पहुंचा है।
खेत की मेड पर धुआं करें
किसानों को पाला पडऩे पर खेत की मेड पर धुआं करना चाहिए। फसल की सिंचाई भी करनी चाहिए। साथ ही 1 प्रतिशत सलफ्यूरिक एसिड यानी एक लीटर पानी में 1 एमएल का फसलों पर छिड़काव करना चाहिए। सर्दी में 4 डिग्री से कम तापमान पर पाला पडऩे से फसल प्रभावित होती है।
संजय तनेजा, सहायक निदेशक, कृषि
Published on:
29 Dec 2019 09:36 pm
बड़ी खबरें
View Allअजमेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
