आरोपी कृष्ण कन्हैयाल वैष्णव को जयपुर से पुलिसकर्मी कड़ी सुरक्षा (security) में आयोग लेकर पहुंचे। कृष्णकुमार मूलत: टोंक का रहने वाला है। उसने पिछड़ी जाति वर्ग में वरिष्ठ अध्यापक (senior teacher counselling)(माध्यमिक शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा- 2018 के तहत आवेदन किया था। परीक्षा देकर वह उत्तीर्ण हुआ। अब वह हिंदी का वरिष्ठ व्याख्याता बनना चाहता है। जिंदगी में हुई एक भूल ने उसे अपराधी बना दिया। वो मौजूदा वक्त जयपुर जेल में बंद है।
कृष्ण कन्हैया शिक्षक बनना चाहता है। उसकी आयोग (rpsc) में काउंटर संख्या-17 पर शुक्रवार को काउंसलिंग हुई। अन्य अभ्यर्थियों की तरह उसके दस्तावेज (documents) भी जांचे गए। इसमें वह वांछित योग्यताधारक निकला। आरोपी की आंखों में शिक्षक (teacher) बनने की चाहत नजर आई। आसपास बैठे अभ्यर्थियों (aspirants) भी उसे ही देख रहे थे। पत्रिका के कैमरे को देखते हुए एकबारगी तो उसने मुंह छिपाने का प्रयास किया। लेकिन बाद में सामान्य हो गया।
आयोग में वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा- 2018 (टीएसपी/नॉन-टीएसपी) की द्वितीय चरण की काउसंलिंग जारी है। हिंदी (नॉन टीएसपी) के अभ्यर्थियों की काउंसलिंग हुई। हिंदी के 1568 पदों के लिए आयोजित काउंसलिंग (counselling) में सुबह से अभ्यर्थी जुटे रहे। आयोग ने दस्तावेजों की जांच के लिए 25 टेबल लगाई हैं। सचिव रेणु जयपाल ने बताया कि निर्धारित तिथि एवं समय पर विस्तृत आवेदन-पत्र और दस्तावेज (documents) जमा नहीं कराने वाले अभ्यर्थी को काउन्सलिंग से वंचित किया जाएगा। इसके लिए कोई अवसर देय नहीं होगा। काउंसलिंग 2 और 3 दिसंबर को भी होगी। इसमें कुल 3570 अभ्यर्थी शामिल होंगे।