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सरकार और राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय तकनीकी शिक्षा की 'बदहाली दूर करने में जुट गए हैं। दोनों ने प्रदेश के 120 इंजीनियरिंग कॉलेजों में खाली रहीं 41, 932 सीटों को भरने की जुगत शुरू कर दी है। विश्वविद्यालय ने राजस्थान इंजीनियरिंग एडमिशन प्रोसेस के तहत ऑनलाइन फार्म मांगे हैं।
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के अन्तर्गत आने वाले प्रदेश के 120 इंजीनियरिंग कॉलेजों में बड़ी संख्या में सीट खाली रह गईं। तीन दौर की काउंसलिंग के बाद भी 13,625 सीट ही भर पाईं। इनमें अजमेर सहित राज्य के विभिन्न सरकारी और निजी इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल हैं। युवाओं के घटते रुझान और हजारों सीट खाली रहने के संबंध में राजस्थान पत्रिका ने 31 जुलाई के अंक में प्रथम वर्ष में दाखिले कम, अब सीधी भर्ती की नौबत और 5 अगस्त को तकनीकी शिक्षा बदहाल, कैसे बनेगा स्किल राजस्थान शीर्षक से समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
मांगे ऑनलाइन फार्म
मामला उच्च न्यायालय तक पहुंचने के बाद अब राजस्थान इंजीनियरिंग एडमिशन प्रोसेस के तहत ऑनलाइन फार्म मांगे गए हैं। विश्वविद्यालय संस्थान और ब्रांचवार खाली सीटों की सूचना 8 अगस्त को अपलोड करेगा। रिक्त सीटों पर प्रवेश के लिए ऑनलाइन फार्म 7 से 9 अगस्त तक भरे जाएंगे। विस्तृत सूचना विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई है।
विद्यार्थियों को मिलेंगे सीधे दाखिले!
विश्वविद्यालय गणित और विज्ञान विषय में उत्तीर्ण 12वीं पास विद्यार्थियों को सीधे प्रवेश देने की तैयारी में है। इसकी नियमावली फिलहाल जारी नहीं हुई है। मालूम हो कि सरकार ने 2016-17 में राजस्थान इंजीनियरिंग एडमिशन प्रोसेस के तहत दाखिले दिए हैं। इसमें जेईई मेन्स के प्राप्तांकों को भी आधार बनाया गया है।
इनका कहना है...
कॉलेजों में खाली सीटें भरने का काम आरटीयू के स्तर पर होना है। संभव है कि 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को सीधे प्रवेश मिले। शैक्षिक योग्यता संबंधित फैसला आरटीयू ही लेगा।
डॉ. जे. पी. भामू, प्राचार्य, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज
Published on:
07 Aug 2016 09:15 am
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