मंगलवार को मंडी में केवल 4-5 किसानों के टोकन से चने की खरीद अरांई क्रय विक्रय सहकारी समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैलाश चौमिया ने बताया कि मंगलवार को मंडी में केवल 4-5 किसानों के टोकन से ही चने की खरीद की गई। यह टोकन भी बैकलॉक के रहे थे, जबकि सोमवार को 60 रजिस्टर्ड टोकन के किसानों को उपज बिकरी के लिए मंडी बुलाया गया। इन सभी 60 किसानों से 1349 क्विंटल चने की छनाई और तुलाई कर समर्थन मूल्य पर खरीद की गई थी। इस चने की कीमत 64 लाख है, लेकिन मंगलवार को केवल बैकलॉक टोकन के ही चने की खरीद की गई।
चने की छिनाई और तुलाई कार्य बंद नई सूची नहीं आने के कारण फिलहाल कुछ ही देर बाद चने की छिनाई और तुलाई कार्य बंद कर दिया गया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी चौमिया ने बताया कि राजफैड जयपुर से औसतन 5 दिन या 7 दिन में रजिस्टर्ड टोकन जिसके चने की खरीद की जाने वाली सूची ऑनलाइन सभी क्रय विक्रय सहकारी समितियों को भेजी जाती रही है। समिति को मंगलवार को यह सूची नहीं मिली। इसके कारण समर्थन मूल्य पर चने की खरीद कार्य नहीं किया जा सका। केवल बैकलॉक के 4-5 किसानों के टोकन का ही चना खरीदा गया। अब नई सूची मिलने के बाद ही चने का खरीद कार्य शुरू हो सकेगा। इसका इंतजार है।
4 मई से खरीद का कार्य 4 मई से अरांई में समर्थन मूल्य पर किसानों के चने की खरीद कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार के आदेश पर 12 जून से अरांई के कृषकों से चने की खरीद किशनगढ़ की कृषि उपज मंडी के यार्ड में शुरू की गई। अरांई के 4100 कृषकों के टोकन रजिस्टर्ड हैं।
इन 4100 टोकन में से 2449 टोकन के चने की खरीद की जा चुकी है और फिलहाल 1651 टोकन के चने की खरीद की जानी बाकी है। सरकार ने अरांई के 2449 किसानों का समर्थन मूल्य पर 29 करोड़ 83 लाख कीमत का 61 हजार 190 क्विंटल चने की खरीद कर ली है।