
x ray baggage machine become gabage box in ajmer dargah
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में सुरक्षा को लेकर किस हद तक लापरवाही बरती जा रही है, इसकी बानगी यहां रखी एक्स-रे बैगेज मशीन पेश कर रही है।
जायरीन के सामान की तलाशी के लिए लाखों रुपए में खरीदी गई यह मशीन आज कूड़ादान बना दी गई है। लोग इन मशीनों में टूटी चप्पलें, बासी रोटी और सब्जियां डाल रहे हैं।
खास बात यह है कि दरगाह में रखी दो मशीनें पिछले चार साल से खराब है, लेकिन अभी तक मशीन का रखरखाव किसको करना है, इसे लेकर दरगाह कमेटी और पुलिस प्रशासन एक-दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे हैं।
दरगाह में बम हादसे के बाद दरगाह कमेटी और पुलिस प्रशासन की ओर से करीब 50 लाख रुपए में दो एक्स-रे बैगेज मशीन खरीदी गई थी। इनमें से एक को लंगरखाना और दूसरी मशीन सोलहखम्बा गेट पर लगाई गई।
कुछ समय बाद ही यह मशीनें जवाब दे गई। इनमें से एक मशीन दरगाह परिसर में महफिलखाने के पास लावारिस हालात में पड़ी है तो दूसरी सोलहखम्बा गेट पर ही रखी है। इस मशीन के पास दिनभर पुलिसकर्मी भी तैनात रहते हैं और दरगाह कमेटी कर्मचारियों का भी आना-जाना रहता है।
लेकिन किसी को इससे मतलब तक नहीं है कि जायरीन की सुरक्षा के लिए रखी मशीन में कूड़ा-करकट पटका जा रहा है।
तर्कों में हो रही सुरक्षा
दरगाह सुरक्षा और मेंटीनेंस की जिम्मेदारी प्रशासन की है। हमने इस संबंध में पत्र भी लिखा है। प्रशासन को मशीन ठीक करवानी चाहिए।
-मंसूर अली खान, नाजिम दरगाह कमेटी
एक्स-रे बैगेज मशीन ठीक करवाने में करीब डेढ़ लाख रुपए का खर्चा बताया गया है। दोनों मशीनों के मेंटीनेंस की जिम्मेदारी दरगाह कमेटी की है।
-मानवेन्द्रसिंह, दरगाह थाना प्रभारी
Published on:
13 Feb 2017 06:16 am
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