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लोकसभा का शीतकालीन सत्र टालने पर अखिलेश यादव नाराज, ट्वीट कर दिया बड़ा बयान अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना के सौ वर्ष पूरे हो गए हैं। इसके उपलक्ष्य में 22 दिसंबर को शताब्दी समारोह मनाया जाएगा, जिसमें पीएम मोदी का ऑनलाइन संबोधन होगा। कार्यक्रम को लेकर इंतजामिया कमैटी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। शताब्दी समारोह के मुख्य अतिथि पीएम मोदी के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी शिरकत करेंगे। पहले विश्वविद्यालय की ओर से कहा गया था कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि हो सकते हैं, लेकिन अब मुख्य अतिथि के नाम में बदलाव किया गया है।
कुलपति ने जताया पीएम मोदी का आभार एएमयू के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कार्यक्रम का निमंत्रण स्वीकार करने पर पीएम मोदी और शिक्षा मंत्री का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि शताब्दी समारोह में पीएम मोदी की उपस्थिति में देश और दुनियाभर में फैले एएमयू समुदाय को महत्वपूर्ण संदेश मिलेगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति के साथ अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री समेत विभिन्न प्रमुख हस्तियों को भी आमंत्रण भेजा गया है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक वर्ष में यूनिवर्सिटी का अधिक विकास किया जाएगा, ताकि विद्यर्थियों को निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों में होने वाली नियुक्ति में मदद मिले।
राजनीति से ऊपर उठकर शिरकत करने की अपील प्रोफेसर मंसूर ने एएमयू समुदाय, कर्मचारियों, सदस्यों, विद्यार्थियों और पूर्व विद्यार्थियों से आगामी कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस समारोह में सभी लोग राजनीति से ऊपर उठकर शिरकत करें। कोरोना के चलते एएमयू और इसके विभिन्न संस्थानों और पूर्व छात्र संगठन कई कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित कर रहे हैं। कुलपति ने सभी से यूनवर्सिटी के कार्यक्रमों में सहयोग करने की अपील की।
17 दिसंबर 1920 में बनी एएमयू बता दें कि मुहम्मद एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज को राजपत्र अधिसूचना के बाद 1 दिसंबर 1920 को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी बना दिया गया था। 17 दिसंबर 1920 को तत्कालीन कुलपति मुहम्मद अली मुहम्मद खान राजा महमूदाबाद ने एएमयू का विश्वविद्यालय के रूप में उद्घाटन किया था।