आरक्षण पर बोलते हुए मंत्री ने कहा कि जब गोरी, गजनबी, इल्तुतमिश, बलबन, तुगलक, खिलजी, मुगलों ने और खासतौर से औरंगजेब ने जब हमारे समाज पर तलवार की नोंक रख दी और जबरन धर्म परिवर्तन करने को कहा तो हमारे एक भी पुरखे हिंदू से मुसलमान नहीं बने। वे अपनी भेड़ों को लेकर जंगलों की तरफ चले गए। जब भेड़ों को लेकर जंगल में चले जाओगे तो खुद रियासत और सियासत से दूर हो जाओगे और शिक्षा से वंचित हो जाओगे। मंत्री ने कहा कि जो शैक्षिक और सामाजिक रूप से पिछड़ा होता है उसी को आरक्षण मिलता है। इस मुद्दे पर बोलते समय उनकी नजर मीडियाकर्मियों पर पड़ी और उन्होंने फौरन रिकॉर्डिंग बंद करने की बात कही।
आपको बता दें कि कैबिनेट मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल अलीगढ़ के इग्लास में बालाजी फार्म हाउस में अहिल्या बाई होल्कर की 293वीं जयंती पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। पशुधन, लघु सिंचाई व मत्स्य विभाग के कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अहिल्या बाई होल्कर की जयंती मनाना मेरा मिशन है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमको संगठित होने की जरूरत है। अपने बच्चों को शिक्षित बनाओ। उन्होंने कहा कि जो जितना रिस्क लेता है वह उतना ही पाता है। रिस्क नहीं लोगें तो कुछ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से देश में समान शिक्षा का अधिकार नहीं मिला। यदि मंत्री, अधिकारी, चपरासी, किसान, मजदूर के बच्चे एक ही स्कूल में पढ़ने जाते तो आज शिक्षा का स्वरूप अलग ही होता।