आत्मघाती बन गया था हैड कांस्टेबल अमर सिंह, कर दिया बर्खास्त
एसपी ने कहा कि जनवरी में अरावली विहार थाने में मामला भी दर्ज हुआ, जिसमें प्रमाणित तथ्य सामने आए अलवर ञ्च पत्रिका. एनईबी थाने में हैड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत अमर सिंह की शराब तस्करों से मिलीभगत होने और उनको पुलिस की कार्य योजना की पहले ही सूचना देने के बड़े आरोपों के आधार पर पुलिस अधीक्षक ने सोमवार को हैड कांस्टेबल को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। पुलिस अधीक्षक की आेर से जारी बर्खास्तगी के आदेश में हैड कांस्टेबल अमर सिंह के बारे में बताया कि उनकी शराब तस्करों से मिलीभगत रही है। यही नहीं तस्करों को पहले ही सूचना दे देते थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जांच में यह पाया गया कि अमर सिंह अपने पुत्र अजय पटेल के मोबाइल फोन से संगठित शराब तस्करों को स्वयं का मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं करने और किसी दूसरे नम्बर से बात करने की हिदायत देता था। आपराधिक तत्वों से स्वयं की सांठगांठ व मिलीभगत को छिपाने का प्रयास कर अन्य नम्बरों से आए मुल्जिमान की कॉल पर पुलिस की कार्य योजना को पहले ही लीक कर विफल कर देता था। यहां तक कि वह इंटरसेप्टर की अत्यंत गोपनीय जानकारी संगठित अपराधियों को दे देता था। जो कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए महत्वपूर्ण है। हैड कांस्टेबल कुख्यात अपराधियों के बारे में पूरी जानकारी होने के बाद भी पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों को सूचना नहीं देकर उल्टा अपराधियों की मदद करता था। इनको विभाग में रखना आत्मघाती : महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि शराब तस्करी के आरोपी सन्नी गुर्जर के घर से हरियाणा की शराब की अवैध खेप बरामद कर सन्नी को गिरफ्तार किए जाने के बाद भी आरोपी से बार-बार बातें होती रही है। इसके अलावा कई अन्य आधारों पर साबित हुआ है कि अमर सिंह आपराधिक तत्वों से सम्बंध, मेल-मिलाप व आपत्तिजनक आचरण रहा है। यही नहीं इनके अपराधियों के साथ फोटो भी सोशल मीडिया पर खूब अपलोड हुए हैं। एेसी स्थिति में हैड कांस्टेबल को एक क्षण के लिए भी पुलिस विभाग में रखना आत्मघाती साबित हो सकता है। इस आधार पर उसको तुरंत सेवा से बर्खास्त किया गया है। नियमों की अवहेलना पर बर्खास्त &अभी हाल में अरावली विहार थाने में दर्ज हुए मामले की जांच के बाद ये आदेश किए है। अरावली विहार थाने में शराब तस्करी का मामला दर्ज हुआ था। जिसकी जांच में हैड कांस्टेबल की ओर से पुलिस की गोपनीय सूचना लीक करना पाया गया है। विभागीय नियमों की अवहेलना के आधार पर बर्खास्त किया है। -परिस देशमुख, एसपी, अलवर ।