सरिस्का के डीएफओ अपूर्व कृष्ण श्रीवास्तव ने बताया कि बाघ एसटी-32 का विचरण पिछले चार- पांच दिनों से अलवर शहर के समीप जयसमंद बांध के समीप ग्राम लिवारी के निकटवर्ती क्षेत्रों में कृषि भूमि पर पाया गया है। बाघ के खेतों में पगमार्ग भी मिले हैं। इन दिनों खेतों में प्याज की फसल लगाई जा रही है, जिसके चलते खेतों में सिंचाई भी की जा रही है। इससे बाघ को पानी उपलब्ध हो रहा है तथा बाजरे के खेतों में नीलगाय का शिकार भी आसान से मिल रहा है। आबादी के समीप बाघ की पहुंच होने से खतरा बढ़ गया है। इस कारण आमजन की सुरक्षा के लिए एडवायजरी जारी की गई है।
खेतों में कटीले तार की फेंसिंग या करंट हटा लें सरिस्का प्रशासन की ओर से जारी एडवायजरी में सूर्यास्त के बाद व सूर्योदय से पहले खेतों में नहीं जाने, बाघ की ओर से पशुहानि करने पर नियमानुसार तत्काल मुआवजा देने, अकेले खेतों में काम करने के लिए नहीं जाने, क्षेत्र में अवैध गतिविधि या संदेहास्पद व्यक्ति दिखाई देने पर सरिस्का के कंट्रोल रूम नं. 9462881277 एवं 9928162657 पर सूचना देने, ग्राम लिवारी व आसपास के क्षेत्रों में रात के समय सामुदायिक कार्यक्रम या आयोजन से पूर्व कंट्रोल रूम पर सूचना देने, बाघ की सुरक्षा को नुकसान की नीयत से आधारहीन व तथ्यहीन अफवाहें सोशल मीडिया व अन्य माध्यम से फैलाने पर कार्रवाई करने, खेतों पर पत्ती वाली तार फेंसिंग तथा तार फेंसिंग में बिजली का करंट हटाने को कहा है।