मनरेगा के तहत बानसूर पंचायत समिति में सर्वाधिक मजदूर 2334 काम कर रहे हैं। वहीं सबसे कम गोविंदगढ़ पंचायत समिति में 408 हैं। इसी तरह बहरोड़ में 719, कठूमर में 1148, किशनगढ़बास में 955, कोटकासिम में 608, लक्ष्मणगढ़ में 513, मालाखेड़ा में 579, मुंडावर में 845, थानागाजी में 2294 लेबर कार्य कर रही है। तिजारा, उमरैण, राजगढ़ के आंकड़े एक हजार से कम हैं। यानी यहां भी िस्थति अच्छी नहीं है।
जिले में जॉबकार्ड धारकों की संख्या 1.50 लाख है। कोरोना काल में सर्वाधिक लोगों को यहां काम दिया गया। करीब 80 हजार लोगों को काम आवंटित किए गए थे। उसके बाद से कभी 20 तो कभी 25 हजार तक ही मजदूरों को ही काम मिल पा रहा है। अब चुनावी सीजन में आंकड़ा कम हुआ है।