अब तक निजी चिकित्सालय में ही कैंसर का इलाज किया जाता था। इसके लिए कई बार मरीजों को इलाज के लिए लाखों रुपए खर्च भी करने पड़ते थे और उनकी जान भी नहीं बच पाती थी। लेकिन अब मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी मुख कैंसर से पीडि़तों का इलाज किया जा रहा है।
2 घंटे चला ऑपरेशन
डॉ. सुबोध कुजूर व डॉ. अभिषेक द्वारा शिवचरण यादव का लगभग 2 घंटे तक ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन काफी कठिन था, लेकिन डॉक्टरों की टीम ने इस दौरान पूरी सावधानी बरतते हुए सफल ऑपरेशन किया। मुख कैंसर के इलाज में जहां 1.5 लाख रुपए से अधिक खर्च होते हैं, उसे महज 2000 रुपए में डॉक्टरों की टीम ने कर दिखाया। यह राशि भी मरीज के स्मार्ट कार्ड से कटी।
अंतिम स्थिति में पहुंचते हैं मरीज
डॉ. अभिषेक ने बताया कि मुख कैंसर से पीडि़त मरीज अक्सर अंतिम स्टेज पर इलाज के लिए पहुंचते हैं। दूसरी बीमारी के लिए लोग डॉक्टर के पास चले जाते हैं, लेकिन मुख की रक्षा और इलाज के लिए अधिक गम्भीर नहीं होते हैं। कैंसर से ग्रसित होने के बाद ही लोग अस्पताल पहुंचते हैं। प्राइमरी स्टेज पर अपनी जांच कराने आने वाले लोगों का प्रतिशत काफी कम हैं।