लीला सेवड़ी गांव एवं नाला क्षेत्र शामिल: अनंता रेसॉर्ट सहित नाला के सम्पूर्ण क्षेत्र में शराब, नॉन वेज पर कानूनी लगाम लगी
पुष्कर. राज्य सरकार ने राजस्थान नगरपालिका अधिनियम, 2009 की धारा 3 एवं 10 तथा राजस्थान नगर पालिका (निर्वाचन) नियम, 1994 के नियम 3 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जिला कलक्टर अजमेर की ओर से पुष्कर नगर परिषद के लिए पुष्कर के नए वार्डों के गठन के लिए अपत्तियां सुनने के बाद भेजे गए प्रस्ताव हो हरी झंडी दे दी है। इ्सी के साथ ही लीला सेवड़ी गांव एवं नाला क्षेत्र को शामिल करते हुए सभी 25 वार्डाें के पुनर्सीमांकन का अनुमोदन कर दिया है। सभी 25 वार्डों की सीमाएं इस प्रकार की गई है।
वार्ड एक- देवनगर रोड मुख्य सड़क से सीधा पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये आर.टी.डी.सी की जायदाद के सहारे सहारे चलते हुये दायें भाग में स्थित राजु अरडका के मकान को छोड़ते हुये सीधा दायें भाग में स्थित रेलवे फाटक को क्रॉस कर हेमराज बाकोलिया, महेन्द्र बाकोलिया के मकानों को शामिल करने के बाद, सीधा अजमेर नागौर मुख्य सड़क पर पहुच कर बायें मुडकर सीधा दक्षिण दिशा की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित आर.टी.डी.सी की जायदाद को शामिल करते हुये, रेलवे फाटक को क्रॉस करने के पश्चात पुनः बायें मुड़कर अजमेर नागौर मुख्य सड़क पर सीधा चलते हुये बाये भाग में स्थित ट्यूरिष्ट विलेज, मोहन सूर्या की जायदाद, गणपति मार्केट एवं सांड बाबा मंदिर को शामिल करने के बाद गनाहेडा चुंगी पर पहुंच कर पुनः बाये मुडकर देवनगर रोड पर मुड़कर सीधा देवनगर रोड स्थित रेलवे फाटक की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित जगदीश चौधरी की जायदाद, सम्पूर्ण सांसी बस्ती, पूनमचंद परसोया का मकान, घनश्याम मण्डोलिया, शंभु चौहान का मकान ज्यांबाद श्मशान एवं धर्मेन्द्र नागौरा की जायदाद को शामिल करते हुये नगर परिषद सीमा तक।
वार्ड 2-पुष्कर के मेडता रोड एवं मेला ग्रांउड रोड के जक्शन बिन्दु (रानी तिराहा के पास) से प्रारम्भ होकर गनाहेडा तिराहे की तरफ रोड के मध्य लाईन के साथ-साथ चलते हुए मेला स्टेडियम, पुराने हेलीपेड को बांयी ओर घेरते हुए तथा गनाहेडा चुंगी चौकी, आर.टी.डी.सी विलेज को दायी और छोडते हुए सीधे गनाहेडा रोड पर नगर परिषद सीमा तक। यहां से बायी और मुडकर नवीन खरेखडी रोड पर दक्षिण में नगर परिषद सीमा के साथ चलते हुए बाये मुडकर सीधा पूर्व दिशा की ओर चलते हुये बाये भाग में स्थित कपालेश्वर मंदिर को शामिल करते हुए मेला ग्राउण्ड जाने वाले रास्ते पर सीधे चलते हुये विकास प्रदर्शनी स्थल को सम्मिलित करते हुए सीधा पूर्व दिशा की ओर चलते हुये जितेन्द्र पटवारी, शरीफ जी की टाल के हिस्से को छोडते हुये यहां से गंगा माई मंदिर की ओर चलते हुये छोगा लाल बाकोलिया के मकान को सम्मिलित करते हुऐ पूर्व दिशा की ओर चलते हुए नौरत जोशी के मकान को शामिल करते हुये गंगा माई मंदिर की तरफ के हिस्से को छोड़ते हुए मालू भवन को शामिल करते हुये शिव चौक में स्थित शिव मंदिर को शामिल करते हुये यहां से सीधे उतर दिशा की और रेगरान मोहल्ला की गली में चलते हुए मक्खन लाल मेघवाल की तरफ के हिस्से को शामिल करते हुये स्वामी गोपाल दास महाराज के आश्रम को शामिल करते हुये अम्बेडकर सर्किल को शामिल करते हुये रानी तिराहा तक।
वार्ड तीन- रामदेव मंदिर के सामने से शरीफ चाचा की ढाल को लेते हुए ढग्लू का मकान व जमाल के मकान को सम्मिलित करते हुए कपालेश्वर तिराहे से सीधा वाटर बॉक्स की ओर से चलते हुये एवं दायें भाग में स्थित कपालेश्वर मंदिर को छोडते हुये बायें मुड़कर सीधा पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये नवीन खरेखडी रोड पर परिषद सीमा तक चलकर बायें मुडकर वाटर पम्प हाउस को शामिल करते हुये सीधा दक्षिण दिशा की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित जाट धर्मशाला एवं संतोषी माता मंदिर को शामिल करने के पश्चात बाये मुडकर सीधा पूर्व दिशा की ओर चलते हुये पुनः बायें मुड़कर सीधा उत्तर दिशा की ओर चलते हुये दायें भाग में स्थित खादी ग्रामोद्याेग एवं जेठमल नागौरी एवं भागचंद, पवन, मुकेश की जायदाद को छोड़ते हुये मुरली पीपली से दायें मुड़कर सीधा सावित्री मार्ग पर चलते हुये बायें भाग में स्थित जायदाद राजगुरू की कोठी, दमामी मंदिर, गोपाल पहलवान का मंदिर एवं सिकन्दर की हवेली को शामिल करते हुये सीधा ब्रह्म चौक की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित जावला मंदिर, सिंधी धर्मशाला को शामिल करते हुये सीधा कपडा बाजार की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित बलदाउ मंदिर को शामिल करने के बाद बायें मुड़कर हनुमान गली में पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित शाकद्वीपीय समाज के भवन, कैलाश दाधीच, बंजारा मंदिर, मीटर के मकान, आनंद गेस्ट हाउस, खोजी दडा को शामिल करने के बाद दायें मुडकर सीधा उतर दिशा की ओर मुड़कर बायें भाग में स्थित कुम्हार समाज का मंदिर, बोहरा मंदिर को शामिल करते हुये शरीफ की टाल तक।
----वार्ड चार--- मंशातलाई में खेल मैदान को छोडते हुये राजी गुर्जरी का मकान लेते हुये हनुमान पाठक मास्टर का फार्म व सम्पूर्ण संतोषी माता की ढाणी के मकानों को सम्मिलित करते हुये गुर्जरों के मकान को सम्मिलित करते हुये श्याम की होटल व खादी ग्रामोउद्योग से खरेखडी रोड पर सीधा दक्षिण दिशा की ओर चलते हुये बायें भाग पर स्थित श्रीसीमेन्ट फार्म को शामिल करते हुये बगडावतों की बावडी़ को शामिल करते हुये सीधा खरखेडी रोड पर ही नगर परिषद की सीमा तक चलकर पूर्व दिशा की ओर बायें मुडकर नगर परिषद की सीमा के सहारे-सहारे चलते हुये बाये भाग में स्थित शंकर सौनी, हिम्मत सिंह आदि की जायदाद को शामिल करते हुये आगे जाकर बायें मुड़कर बाये भाग में स्थित गोपाल पुत्र भंवरा रावत, जयसिंह पुत्र छोगा रावत, बाबू रावत के मकानों को शामिल करते हुये एवं दाये भाग में स्थित पाम रिसोर्ट, सनराईज रिसोर्ट एवं होटल मंत्रा को छोड़ते हुये एवं बाये भाग में स्थित रोजबाग होटल को शामिल करने के बाद सीधा पुष्कर सरोवर की ओर चलते हुये होटल रिजेन्सी, कन्ट्री साईड रिसोर्ट को दाये भाग में छोडते हुये सीधा चलकर बाये मुडकर पुनः सीधा पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये बाये भाग में स्थित होटल लुसीफियर को शामिल करते हुये एवं दायें भाग में स्थित होटल पुष्कर फलावर को छोड़ते हुये सीधा चलने के बाद पुनः बाये मुडकर होटल नेचर व्यू को शामिल करते हुये एवं सीधा चलकर दाये भाग में स्थित कालु सिंह एवं मांगी लाल रावत की जायदाद को छोडते हुये चामुण्डा मार्ग पर पहुंचकर दाये मुडकर सीधा चलते हुये दाये भाग में स्थित होटल ग्रीन व्यू को शामिल करते हुये सीधा चलकर गुलाब निवास रोड पर बायें मुड़कर सीधा चलने के बाद पुनः दाएं मुड़कर दायें भाग में स्थित ब्रह्म सावित्री वेद विद्या पीठ को छोडते हुये दायें भाग में स्थित सुनिल के मकान, सत्यनारायण धानका के मकान को छोड़ते हुये वेद संस्था को छोड़ते हुये उसके सामने की गली से कमला का मकान छोड़ते हुये रणछोडदास स्कूल को सम्मिलित करते हुये वापिस राजी गुर्जरी के मकान तक।
----- वार्ड पांच---- मीणा मंदिर से खेल मैदान व केसर सिंह व उसके आस-पास के मकानों को सम्मिलित करते हुये दिनेश की होटल एवं सत्यनारायण मामा का मकान को शामिल करते हुये एवं रणछोडदास स्कूल को छोडते हुये कमला का मकान व इसके पास के मकानों को सम्मिलित करते हुये वेद संस्थान को सम्मिलित करते हुये गुलाब पैलेस होटल व उसके आस-पास की बस्ती को सम्मिलित कर मुख्य सडक के दाये भाग के मकानों को छोडते हुये परिकर्मा मार्ग पर उत्तर दिशा की ओर चलते हुए बाये भाग में स्थित दुर्गा कुमावत, हनुमान, होटल पुष्कर लेक पैलेस एवं बालकिशन पाराशर, अर्जुन पाराशर, होटल पुष्करड्रीम, पुरोहित भवन को शामिल करते हुये ब्रह्म चौक तक पहुंच कर बायें मुड़कर ब्रह्मा मंदिर रोड पर सीधा चलते हुये बायें भाग में स्थित बडा गणेश मंदिर, घनश्याम शर्मा की चाय स्टॉल एवं डेयरी बूथ को शामिल करने के बाद बायें मुड़कर सावित्री माता मंदिर मार्ग पर सीधा चलते हुये बायें भाग में स्थित रियां हवेली, नंद किशोर जी पाराशर, योगेन्द्र पाठक, मीणा मंदिर तक।
------वार्ड छह------ आर.टी.डी.सी सरोवर के मुख्य द्वार से रंगजी मंदिर को छोड़ते हुये सूर्य धर्मशाला को सम्मिलित कर महादेव चौक से वराह घाट चौक से नृसिंह घाट, झूलेलाल घाट, नगर परिषद को शामिल करते हुए बद्री घाट से मुख्य सड़क होते हुए गऊ घाट मस्जिद को लेते हुए कपड़ा बाजार होते हुए यज्ञ घाट ठण्डी कुई को सम्मिलित करते हुए ब्रह्म घाट परशुरामद्वारा तरणीघाट, तन्तुबाय वैश्य घाट, कोटा घाट, महाप्रभु जी की बैठक से सीधा मुख्य परिकर्मा मार्ग पर दक्षिण दिशा की ओर से सीधे चलते हुये बाये भाग में स्थित बावन भैरु बड़ी बस्ती श्मशान, मांगी लाल पटेल, गोपाल रावत के मकानों को शामिल करते हुये खरेखडी रोड पर थोडा चलने के बाद बाये मुडकर चामुण्डा मार्ग पर चलते हुये बाये भाग में स्थित होटल ग्रीन व्यू को शामिल करने के बाद बाये मुडकर पूर्व दिशा की ओर चलते हुये बाये आग में स्थित कालु सिंह, गुमानकी होटल, पुष्कर फ्लावर होटल को शामिल करने के बाद सीधा पुष्कर सरोवर के मुख्य फीडर की ओर चलते हुये बाये मुड़कर बाये़ भाग में स्थित होटल ब्रह्म फ्लावर, झूला कैफे, श्रीवास्तव वकील की जायदाद को शामिल करने बाद हाई ब्रिज तक पहुंचकर दायें मुड़कर सीधा पूर्व दिशा की ओर चलते हुये बाये भाग में स्थित एच.एस मेहता की जायदाद, महावीर झांकल का मकान एवं गुरुद्वारा को शामिल करने के बाद बाये मुडकर रंगजी के मंदिर वाली मुख्य सडक पर सीधा चलते हुये गुरुद्वारा को शामिल करने के पश्चात सीधा पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये बाये भाग में स्थित दर्जी मंदिर, होटल ओम को शामिल करते ये आर.टी.डी.सी सरोवर होटल तक।
------ वार्ड सात---- मालनियों के चौक में पटवारघर से प्रारम्भ होकर चढाव मोहल्ला, बडा़ गवाडा़ मौहल्ला जाने वाले रास्ते की सड़क के बांयी तरफ पटवार घर, गणपत सोनी का मकान, सीताराम चुंडावत मास्टर हीरालाल सरवाडिया, माणक चुंडावत, भूरालाल मास्टर, तुलसीराम चुंडावत, जनार्दन शर्मा, राजाराम धर्मावत, गोपाल आदाली, समन्दर सिंह, भंवर लाल धर्मावत, मास्टर के मकान को घेरते हुए तथा ज्ञानेश्वर मास्टर, सूरज मिस्त्री, हरी काला, मूलचंद मुखिया, जयगोपाल , गोविन्द सिंह व धरीधर के मकानातों को दाहिनी तरफ छोडते हुए यहा से दक्षिण दिशा की ओर मुडकर उदय किशन के मकान को शामिल करते हुये राजाराम पुत्र महावीर धर्मावत, दुर्गाशंकर उर्फ भजन लाल, मोतीलाल पाराशर के मकानात ज्ञानगोपाल मंदिर बालकिशन बोहरा का मंदिर, लालसिंधी के मकानातों को घेरते हुए खोजी दड़ा, जगदीश बीरबल, नंदलाल मास्टर, सत्यनारायण मीटर, बंजारा मंदिर, कैलाशनाथ दाधीच रघुनाथ शाह मंदिर व बलदाऊ मंदिर के दाहिनी तरफ छोडते हुए पुराने पंजाब नेशनल बैंक भवन तथा पांचू जाट की दुकान तक। यहां से बांयी ओर मुड़कर सीटी रोड पर गऊ घाट की ओर चलते हुए बाई ओर के मकानात, राधाकिशन आदाली का मंदिर, पीपा समाज मंदिर, बासनी का मंदिर, राधे आर्ट सेन्टर को शामिल करते हुए तथा जुगासती भवन, शाही मस्जिद, गऊ घाट की दायी तरफ सरवाडि़या की तरफ की दुकानों मकानों, शिव मंदिर, प्याऊ को दाहिनी तरफ हुए सीधे मालनियों के चौक तक। यहां से बायी तरफ मुडकर श्रीनिवास चौधरी की पान की दुकान, मदन भोम्या की दुकानों को घेरते हुए सीधे पटवारघर तक। इसमें उदयपुरा मौहल्ला, जोगियों का बास शामिल है।
वार्ड आठ---- त्रिलोक जी नाहर के मकान से उत्तर दिशा की ओर सीधे चलते हुये मेवाडा जी के मकान को शामिल करने के उपरान्त बायें मुडुकर गंगा माई के मंदिर को सम्मिलित करते हुये शनि मंदिर को सम्मिलित करते हुये जगदीश तिलोनिया के मकान को सम्मिलित करते हुये बाबा रामदेव मंदिर को सम्मिलित करते हुये सीधे दक्षिण दिशा की ओर चलते हुये ओम धर्मावत के नोहरे को सम्मिलित करते हुये गऊ घाट की ओर जाने वाले रास्ते पर पूर्व की ओर सीधे चलते हुये बायें भाग पर स्थित गिरिराज वैष्णव के मकान एवं बाबूलाल धर्मावत के मकान को सम्मिलित करते हुये बायें मुडकर उत्तर दिशा की ओर सीधे चलते हुये दाये भाग पर स्थित भवंर लाल की जायदाद को छोड़ते हुये एवं दायें मुड़कर बायें भाग में स्थित कान सिंह की जायदाद, गोपाल ऐटला की जायदाद को सम्मिलित करते हुये पनघट के रास्ते पर सीधा चलकर दाऊ दयाल पाराशर की जायदाद को शामिल करने के उपरान्त बायें मुड़कर सीधा उत्तर दिशा की ओर चलते हुये सावित्री मौहल्ले के बायें भाग में स्थित ईश्वर पाराशर एवं राजेन्द्र मलिक के मकान को शामिल करते हुये दायें मुड़कर बायें भाग में स्थित बोदू पाराशर के मकान एवं नरवर वालों के मकान को सम्मिलित करते हुये त्रिलोक नाहर के मकान तक।
----- वार्ड नौ-- मालनियों के चौक में ज्ञानेश्वर मास्टर के मकान से प्रारम्भ होकर ऊतर की ओर कालों के मौहल्ले की तरफ चलते हुए सड़क के पश्चिम दिशा की तरफ के मकानों, नौरत मंत्री, नागचंद नाहर, वैष्णव धर्मशाला, भागचंद गंगवाल की दुकान व मकान को घेरते हुए तथा कुआं, कालों के मौहल्ले को दाई तरफ छोडते हुए नंदकिशोर अदाली का मकान से सीधा चलते हुये सावित्री मौहल्ला में ऊपर चढ़कर दायें भाग में स्थित नरवर वालों की जायदाद, बोदू पाराशर के मकान को छोड़ते हुये पश्चिम दिशा में सीधा चलते हुये बायें मुडकर गणपत भाटी के मकान को सम्मिलित करते हुये दक्षिण दिशा की ओर चलते हुये मूल चंद पान वाले के मकान को सम्मिलित करने के उपरान्त बायें मुड़कर, बड़ा गवाडा़ में पूर्व दिशा की ओर सीधे चलते हुये बाये में स्थित भागचंद पाराशर, सूरज नारायण शर्मा, ज्ञानेश्वर जी के मकान तक।
-- वार्ड 10----पुष्कर मेडता रोड एवं मेला ग्राउण्ड के जंक्शन बिन्दु (रानी तिराहा के पास) से प्रारम्भ होकर पुलिस थाने को सम्मिलित करते हुए केन्द्रीय विधालय को लेते हुए वी.आई.पी रोड पर घूम कर गुसांई धर्मशाला को शामिल करते हुए दायें मुड़कर चिंरजी लाल टांक का मकान, बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, गायत्री विद्या मंदिर, पुलिस थाने के पीछवाडे से होते हुये पोस्ट ऑफिस को शामिल करते हुये बाये ओर स्थित राजेन्द्र पारीक के मकान के हिस्से को छोडते हुये सीधे सब्जी मण्डी में पहुंचकर अर्जुन जी बाकोलिया के मकान को शामिल करते हुए सीधे पश्चिम दिशा की ओर चलते हुए बाऐं मुडकर शिव मंदिर के सामने वाले हिस्से रामपाल बाकोलिया के मकान को सम्मिलित करते हुये पूनम चंद परसौया के मकान को सम्मिलित करते हुये गली में सीधे उतर दिशा की ओर चलते हुए चुन्नी लाल के मकान तक गांछा मोहल्ला रेगर मौहल्ला में चुन्नीलाल, कामराज, भाणु रैगर के मकानों को शामिल करते हुए राधेश्याम नागौरा के मकान को शामिल करते हुये रानी तिराहा तक।
----- वार्ड ग्यारह----मालनियों के चौक में रिखबचंद नाहर के मकान से प्रारम्भ होकर कालों के मौहल्ले की तरफ आम रास्ते पर चलते हुए ज्ञानेश्वर मास्टर, नोरत मंत्री की तरफ मकानातों को बाई और छोडते हुए तथा पूनमचंद नाहर, माणकचंद नाहर की दुकानें, रक्खीलाल हेडा, जतन लाल काला का मकान, कुआं को दाहिनी तरफ छोडते हुए सीधे शिव मंदिर चौक की तरफ चलते हुए सत्यनारायण पुत्र गोपीकिशन आदाली के मकान को घेरते हुए तथा रांकावत भवन, जियालाल मेवाडा के मकान, मालू भवन को बांई ओर छोड़ते हुए सीधे मंत्री भवन के पास शिव मंदिर चौक तक। यहां से पूर्व की तरफ मुड़कर मंत्री भवन घेरते हुए तथा रामपाल रेगर की दुकानों को बाई तरफ छोडते हुए पुलिस थाने के पीछे तक सडक के मध्य लाईन्स के साथ-साथ चलते हुए दाहिनी तरफ के मकानातों, कालों का मौहल्ला, चम्पालाल काला की दुकानों, डूंगजी खटीक का मकान को शामिल करते हुए तथा माली धर्मशाला, कलालों का देवी मंदिर, पुलिस थाने को बांई ओर छोड़ते हुए सीधे खटीक मोहल्ले में डाकोतों की धर्मशाला (गायत्री बाल विद्या मंदिर) तक। यहां से दाहिनी तरफ मुड़कर सड़क के मध्य लाईन के साथ सत्यनारायण मंदिर (टांक समाज), नन्दागुरु के मकान को दाहिनी तरफ छोड़ते हुए आगे दक्षिणावृत घूमकर सड़क के साथ-साथ सिलावटों की मस्जिद होते हुए मालनियों के चौक की तरफ चलते हुए सड़क के दाहिनी तरफ स्थित मकानों, एवरेस्ट गेस्ट हाउस, महालक्ष्मी मंदिर, सिलावटों की मस्जिद, विक्रम सिंह लोढा के मकानों को घेरते हुए तथा भागचंद चौखावत, गोपाल चौधरी श्रीमाली धर्मशाला, स्वर्णकार मंदिर, कानजी बागरेचा, घेवर चंद सुनार की दुकान व मकान, प्याऊ को बांई तरफ छोडते हुए सीधे रिखबचंद नाहर के मकान तक।
---वार्ड बारह----- गऊ घाट के सामने हलवाई गली में हीरालाल सरवाडिया की दुकान से प्रारम्भ होकर सीधे मालनियों के चौक की तरफ चलते हुए दाहिनी तरफ की दुकानों, मकानों, शिव मंदिर, बाल किशन मंत्री की दुकान, प्याऊ को घेरते हुए तथा अग्रवाल नमकीन भण्डार, उदयपुरा मौहल्ला, श्रीनिवास चौधरी की पान की दुकान को बाई और छोडते हुए सीधे चौक तक। यहां से महालक्ष्मी मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर चलते हुए दाहिनी तरफ घेवर चंद सुनार की दुकान व मकान, पटि़्टयों की पोल, गिरधारी धर्मावत का मकान, पिनारों की गली, कानचंद बागरेचा का मकान, नाथू पत्रकार का मकान, श्रीमाली समाज धर्मशाला, गोपाल चौधरी के मकान, घेरते हुए बद्री नारायण मंदिर से सीधे उत्तर दिशा की और चलते हुए दायें भाग पर स्थित अम्बालाल खटीक के मकान को शामिल करते हुए दायें मुड़कर खटीक मंदिर, को-ऑपरेटिव बैंक,गौड़ आश्रम को शामिल करते हुए दायें मुड़कर वी.आई.पी रोड पर बृजवासी को शामिल करते हुए होटल रेड रोज को शामिल कर बिहारी कुमावत को शामिल करते हुए बिहारी कुमावत के मकान से दायें मुड़कर, पवन राजगुरु के मकान को शामिल करते हुए पुखराज कुमावत के मकान को छोड़ते हुए सीधे पश्चिम दिशा की ओर चलते हुए राजगुरू गेस्ट हाउस को शामिल करते हुए गोपाल मालू के मकान को शामिल कर यहां से बांऐ मुड़कर ब्रह्मनारायण राजगुरु, संजय बंसल, त्रिलोक खत्री, ताराचंद जीनगर के मकान व गुरुचरण सरदार के मकान को छोड़ते हुए व बांए भाग को छोड़ते हुए दायें भाग पर स्थित मयूर गेस्ट हाउस, पिनारों की गली, सत्यनारायण कम्पाउण्डर के मकान व न्यू स्टेप प्ले को सम्मिलित करते हुये होली का चौक से सीधे बद्री घाट की ओर चलते हुए दायें भाग पर स्थित मरूधर केसरी भवन को शामिल करते हुए मरुधर केसरी भवन के मोड़ से मुख्य बाजार पर दायें मुड़ते हुए सीधे गऊ घाट की ओर पश्चिम दिशा की ओर चलते हुए गूलर मंदिर, सत्यनारायण नागौरी के मकान को सम्मिलित करते हुए हीरालाल सरवाडिया की दुकान तक।
----वार्ड तेरह----ब्रह्म नारायण राजगुरु के मकान से होलीका चौक के बाह्य भाग में स्थित न्यू स्टेप प्ले स्कूल को छोड़ते हुए बद्री घाट की तरफ चलते हुए बायें भाग को शामिल करते हुये एवं दायें भाग में मरुधर केसरी को छोड़ते हुये एवं रामलक्ष्मण मंदिर से बायें मुड़्कर सीधा पूर्व दिशा की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित पायल गेस्ट हाउस, मंत्री के मकान एवं नटराज गेस्ट हाउस को शामिल करते हुये दायें भाग में स्थित नगर परिषद, नृसिंह घाट एवं वराह घाट को छोडते हुये वराह चौक होते हुए पुराना रंगजी मंदिर से माली मंदिर, पूरणखण्ड, पाण्डे नर्सरी को सम्मिलित करते हुए हायर सैकेन्डरी स्कूल को छोडते हुए मुख्य सड़क पर वी.आई.पी रोड पर मुड़ते हुए माली मोहल्ला शामिल करते हुए बायें भाग को शामिल करते हुए वी.आई.पी रोड से दायें मुड़कर बिहारी कुमावत के मकान को छोड़ते हुए गुरुचरण सरदार के मकान को शामिल करते हुए ताराचंद जीनगर, त्रिलोक खत्री, संजय बंसल, ब्रह्म नारायण राजगरु के मकान को शामिल करते हुये तक।
----- वार्ड चौदह----वराह घाट चौक के मध्य से प्रारम्भ होकर वराह मंदिर की तरफ जाने वाली सडक के लाईन के साथ-साथ चलते हुए पोस्ट ऑफिस, डी. के के मकान से, लुहार पंचायत मंदिर से शिवजी के मंदिर को घेरते हुए बाये भाग में स्थित ओम प्रकाश वैष्णव के मकान को शामिल करने के बाद बायें मुडकर सीधा माली मंदिर की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित होटल सेवन हेवन को शामिल करने के बाद बायें मुड़कर सीधा पुराना रंगजी में मंदिर के सामने से होते हुए वराह घाट चौक की तरफ जाने वाली सड़क के मध्य लाईन के साथ-साथ वराह घाट की ओर चलते हुए पुखराज दुबे, राधे हलवाई की दुकान को बांयी और घेरते हुए तथा माली मंदिर, पुराना रंगजी मंदिर, नटराज गेस्ट हाउस को दांयी और छोडे हुए सीधे वराह घाट चौक में प्रारम्भ बिन्दु तक।
वार्ड पन्द्रह---- वराह घाट चौक के मध्य से प्रारम्भ होकर पोस्ट ऑफिस के सामने से वराह मंदिर की तरफ जाने वाली सडक के मध्य लाईन के साथ-साथ चलते हुए नृसिंह पाठक, पंडा किशन महर्षि, वराह मंदिर के दांयी और घेरते हुए मैलू गवाडी से चन्द्रशेखर सांतोरिया का मकान से गोपाल सांतोरिया की गली से महावीर भट़्ट पत्रकार के मकान को घेरते हुए श्याम सुन्दर आचार्य का मकान से भाटी के मकान को घेरते हुए सीधा चलकर बायें भाग में स्थित ओम प्रकाश वैष्णव के मकान को छोडते हुये बायें मुड़कर सीधा चलते हुये दायें भाग में स्थित सत्यनारायण, सुरेन्द्र राजोरिया, खारोल धर्मशाला को शामिल करने के बाद दायें मुडकर पुरणकुण्ड रोड़ पर सीधा चलते हुये दायें भाग में स्थित देवराज जोशी के मकान, पूरण कुण्ड को शामिल करने के बाद अजमेर नागौर मुख्य सड़क तक चलकर दाये मुडकर सीधा अजमेर रोड पर चलकर दाये भाग में स्थित घनश्याम शर्मा, विजय भट्ट के मकान को शामिल करने हुये वराह मंदिर को घेरते हुए पुष्कर मेड़ता रोड तक यहां से अजमेर की तरफ चलते हुए दाये मुडकर सीधा दक्षिण दिशा की ओर चलते हुये दायें भाग में स्थित होटल नारायण पैलेस को शामिल करते हुये नारू सिंधी के मकान को शामिल करने के पश्चात दायें मुड़कर सीधा पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित दिलीप बाबू की जायदाद को बायें छोडते हुये एवं दायें भाग में स्थित होटल रेन्बो को शामिल करते हुये श्रीया कन्या पाठशाला, एस.बी.बी.जे बैक, लालचंद का मकान, वराह घाट की तरफ चलते हुए श्रीया पाठशाला , एसबीबीजे, लालचंद का मकान एवं दुकानें ,ब्रह्म पुष्कर सेवा संघ को दायी और घेरते हुए तथा ग्वालियर घाट, गोपाल चाय वाले की दुकान, वराह घाट को बांयी तरफ छोडते हुए सीधे प्रारम्भ बिन्दु तक।
----वार्ड सोलह---- नायक कॉलोनी के पास नया रंगजी मंदिर के पिछले दरवाजे के पास के पश्चात बाये मुड़कर सीधा पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये दायें भाग में स्थित नायक मंदिर, भारद्वाज आश्रम, गौतम आश्रम को शामिल करने के पश्चात दायें मुड़कर उत्तर दिशा की ओर सीधा चलते हुये होटल नारायण पेलेस को बायें छोड़ते हुये अजमेर नागौर मुख्य रोड तक चलने के पश्चात अजमेर नागौर रोड को क्रॉस कर सीधा पूर्व दिशा की ओर चलते हुये दायें भाग में स्थित नगर परिषद का बस स्टेण्ड को शामिल करने के बाद दायें मुड़कर सीधा पूर्व-दक्षिण दिशा की ओर चलते हुये दायें भाग में स्थित मोहन चौधरी की जायदाद, उपखण्ड अधिकारी कार्यालय, होटल तीर्थ पैलेस को शामिल करने के बाद सीधा चलते हुये दाये भाग में स्थित गोपाल बच्छानी, गुरुचरण सिंह सरदार की जायदाद, दाधीच भवन, दिलीप बाबू के मकान को शामिल करते हुए एवं बायें भाग में स्थित मुख्यमंत्री आवास योजना, हनुमान मंदिर, बजरंग कॉलोनी को छोडते हुये एवं दायें भाग में स्थित लाल शंकर पाराशर के मकान, रामधाम, फियोर दी लोटो स्कूल को शामिल करने के बाद दायें मुड़ृकर, मुख्य अजमेर नागौर मुख्य सडक तक चलकर दायें मुड़कर सीधा नागौर रोड पर चलते हुये दायें भाग में स्थित रामधाम, होटल शक्तिदीप को शामिल करते हुये एवं बायें भाग में स्थित नवखण्डीय हनुमान मंदिर, प्रेम प्रकाश आश्रम, पारीक आश्रम एवं बांगड मंदिर के खेल मैदान को छोडते हुये बायें मुड़कर दायें भाग में स्थित झंवर का मकान, संस्कृत स्कूल को शामिल करते हुये सीधा पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये दायें भाग में स्थित सम्पूर्ण नायक कॉलोनी को शामिल करने के उपरान्त संस्कृत कॉलेज तक (अजमेर नागौर मुख्य सडक से बाये मुड़ने के उपरान्त संस्कृत कॉलेज तक की सीमा को काल्पनिक माना गया है)
----- वार्ड सत्रह---- गांधीमूर्ति तिराहा से प्रारम्भ होकर पुष्कर में अजमेर बस स्टेण्ड, नया रंगजी मंदिर होते हुये महादेव चौक से अटमटेश्वर मंदिर को सम्मिलित करते हुए नायक कॉलोनी की और गौतम भारद्वाज आश्रम को छोड़ते हुए दायें भाग में स्थित गुप्ता जी के मकान को शामिल करने के उपरान्त दायें मुडकर सीधा पूर्व दिशा की ओर चलते हुये संस्कृत कॉलेज तक चलने के उपरान्त (बाएं मुड़कर अजमेर नागौर मुख्य सडक तक के दाएं भाग में स्थित रंगजी के मंदिर की जायदाद को शामिल करते हुये एवं बाएं भाग में स्थित सम्पूर्ण नायक कॉलोनी को छोड़ते हुये) उक्त भाग की सीमा को काल्पनिक माना गया है। अजमेर नागौर मुख्य सडक पर दाएं मुड़कर सीधा अजमेर रोड पर चलते हुये दाएं भाग में स्थित बांगड मंदिर का खेल मैदान, पारीक आश्रम, प्रेम प्रकाश आश्रम को शामिल करते हुये बाएं भाग में स्थित मांगी लाल की फेक्ट्री, गुरुचरण सरदार की जायदाद, होटल शक्ति दीप, रामघाम को छोड़ते हुये गांधी जी की मूर्ति तक।
----वार्ड अठ़्ठारह---- गायत्री शक्ति पीठ से दक्षिण दिशा की ओर चलते हुये हाईब्रिज तक चलते हुये बाये भाग को शामिल करते हुये एवं महावीर झांकल के मकान को दाये छोडते हुये हाईब्रिज तक चलकर बाये मुडकर सीधा नाग पहाड की ओर दक्षिण दिशा में सीधा चलते हुये एवं दाये भाग में स्थित श्रीवास्तव वकील की जायदाद, चन्द्र नारायण पाराशर की जायदाद, होटल ब्रह्म फलावर को छोड़ते हुये एवं दाये मुड़कर थोड़ा चलने के बाद पुनः बाये मुडकर सीधा नाग पहाडी की ओर दक्षिण दिशा की ओर चलते हुये बाये भाग में स्थित होटल कन्ट्री साईड, होटल रिजेन्सी, होटल मंत्रा, होटल सनराईज व सुवाजी महावर के मकान को शामिल करने के उपरान्त नगर परिषद की सीमा तक चलकर बाये मुडकर नगर परिषद सीमा के सहारे सहारे सीधा पूर्व दिशा की ओर चलकर वामदेव आश्रम शामिल कर बाये मुडकर दाये भाग में स्थित हेमा मेम्बर की जायदाद, होटल सुकुन रिसोर्ट को छोड़ते हुये थोडा आगे चलकर दाये मुड़कर सीधा पूर्व दिशा की ओर चलते हुये दाये भाग में स्थित नेमीचंद तुन्दवाल व होटल 777 एवं बाबुलाल महावर के मकान को छोडते हुये सीधा चलते हुये बाये भाग में स्थित कैलाश जी तुंदवाल, महेन्द्र जैन की जायदाद को शामिल करते हुये एवं दाये तरफ स्थित सरकारी स्कूल को छोड़ते हुये सीधा चलते हुये बाये भाग में स्थित सिरवी समाज, गुलाब रिसोर्ट, गोल्डन हैरिटेज, पिकॉक होटल को शामिल करते हुये सीधा पंचकुण्ड रोड पर चलने के उपरान्त दाये भाग में लिटिल ईटाली होटल को छोड़ते हुये बाये मुड़कर सीधा पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये बाये भाग में स्थित बंगाली बाबा धर्मशाला, होटल क्रिश पैलेस एवं राजा साईकिल वालों की धर्मशाला तक।
---- वार्ड उन्नीस----- तुलसीराम माली की दुकान से बाये पंचकुण्ड रोड पर मुडकर सीधा चलने के बाद दाये मुडकर बाये भाग में स्थित होटल लिटिल इटाली को शामिल करते हुये सीधा दक्षिण दिशा की ओर जमनी कुण्ड रोड पर चलते हुये दाये भाग में स्थित होटल पीकॉक, गोल्डन हैरिटेज, गुलाब रिसोर्ट को छोड़ते हुये एवं बाये भाग में स्थित होटल पुष्कर विलास, ब्रह्म होरिजन, जस्टीस महेन्द्र माहेश्वरी की जायदाद को शामिल करते हुये सरकारी स्कूल तक चलकर दायें मुडकर बाये भाग में स्थित बाबूलाल महावर, नेमीचंद तुन्दवाल, होटल 777 की जायदाद को शामिल करते हुये सीधा पश्चिम दिशा की ओर वामदेव रोड पर चलते हुये बायें मुड़कर नाग पहाडी की ओर चलते हुये एवं बाये भाग में स्थित होटल सुकुन रिसोर्ट, सत्यनारायण भाटी के मकानों, हेमा मेम्बर के मकानों को शामिल करते हुये नगर परिषद सीमा तक चलकर बाये मुडकर पूर्व दिशा की ओर नगर परिषद की सीमा के सहारे सहारे चलते हुये बाये भाग में स्थित सम्पूर्ण ग्राम लीला सेवडी को शामिल करते हुये अजमेर मुख्य सडक तक चलकर बाये मुडकर नगर परिषद सीमा के सहारे-सहारे चलने के उपरान्त पुनः बाये मुड़कर सीधा पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये बाये भाग में स्थित सम्पूर्ण लीला सेवडी गांव, चमत्कारी बालाजी मंदिर, होटल अंनता रिसोर्ट को शामिल करते हुये नगर परिषद सीमा के सहारे सहारे सीधा पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये बाये मुडकर अजमेर मुख्य सडक पर आने के बाद दाये मुडकर सीधा पुष्कर शहर की ओर चलते हुये बाये भाग में स्थित होटल रूप कमल, गऊ शाला, सन्यांस आश्रम, गोदूमल आश्रम, शर्मा गेस्ट हाउस एवं बाये भाग में स्थित सम्पूर्ण पाराशर कॉलोनी को शामिल करते हुये सीधा पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये बाये भाग में स्थित गांधी आश्रम को शामिल करते हुये रामधाम सर्किल को दाये छोडते हुये सीधा सीताराम माली की दुकान तक।
----वार्ड बीस---मधुसूदन की जायदाद, मालू एक्सपोर्ट से अजमेर नागौर मुख्य सड़क पर अजमेर रोड चुंगी नाके की तरफ चलते हुए सम्पूर्ण आई.डी.एस.एम.टी कॉलोनी को शामिल करते हुए ब्रह्म द्वार की ओर चलते हुए नगर परिषद सीमा तक चलकर बायें मुड़कर नगर परिषद सीमा के सहारे-सहारे भटबॉय लिंक रोड पर पहुंचकर जैन कॉलोनी को छोडते हुए जगत सिंह पैलेस को शामिल करते हुए राजपुरोहित भवन को शामिल करते हुए मालू एक्सपोर्ट तक।
----- वार्ड इक्कीस---- गणेशी लाल कुमावत के मकान से अजमेर नागौर मुख्य सड़क पर पहुंचकर सीधे अजमेर की और चलते हुए मुख्य सड़क के बाये भाग को शामि करते हुए अर्थात आर्चाय धर्मशाला, बांगड स्कूल, पुष्कर धाम विश्राम स्थली, नव निर्मित बस स्टेण्ड को शामिल करते हुए मुख्य सडक से बाये मुडकर पुष्कर तहसील परिसर को छोडते हुए तहसील परिसर को छोडते हुए तहसील के पीछे वाली सडक से होटल तीर्थ पैलेस को छोड़ते हुए पत्रकार कॉलोनी को शामिल करते हुए दाधिच भवन को छोड़ते हुए बजरंग कॉलोनी को शामिल करते हुए दाये मुडकर श्रीराम भवन को छोडते हुए अजमेर नागौर मुख्य सडक पर पहुंचकर अजमेर की और चलते हुए बीकानेर धर्मशाला राज गार्डन को शामिल करते हुए बाये मुडकर टाक धर्मशाला को शामिल करते हुए राजपुरोहितों भवन को छोडते हुए सीधे उत्तर दिशा की और चलते हुए होटल जगत सिंह पैलेस को छोडकर दाये मुड़कर भट्टवाय गणेश लिंक रोड तक के बाये भाग को शामिल करते हुए जैन कॉलोनी, गणेश कॉलोनी, गणपति नगर को शामिल करते हुए भट्टवाय गणेश मंदिर को शामिल करते हुए श्रीजी कॉलोनी को शामिल करते हुए जयपुर बाईपास पर सीधे दक्षिण की और चलते हुए मुख्य सडक के बाये भाग को शामिल करते हुए टेलीफोन, एक्सचेंज से दाये मुडकर केशा सिंधी के मकान को शामिल करते हुए गणेशी लाल कुमावत के मकान तक। केशव नगर के दाये भाग को छोड़ते हुए।
--वार्ड बाईस---सिलावटों के कब्रिस्तान की गली में भाईजान का मकान लेते हुये अमित जैन की होटल को शामिल करते हुये अजमेर नागौर रोड के मुख्य सडक की और चलते हुए गली के बाये भाग को शामिल करते हुए अजमेर नागौर मुख्य सडक पर अजमेर की और चलते हुये श्यामा बाघ हॉस्पिटल, हाई स्कूल शामिल करते हुए मुख्य सडक से बाई और मुडकर अर्थात हाई स्कूल के पिछवाडे से केशव नगर में उपर पूर्व की और मुड़कर पूनमचंद जी माली के गेस्ट हाउस को शामिल करते हुए गणेशी लाल कुमावत के मकान को छोड़ते हुए सीधे पूर्व की और चलते हुए जयपुर बाईपास मुख्य सड़क तक के बायें भाग को शामिल करते हुए जयपुर बाईपास मुख्य सडक पर सीधे भट्टवाय गणेश की और चलते हुए अजमेर लिंक रोड तक के बायें भाग अर्थात भाणु रैगर की जायदाद शामिल करते हुए सीधा पूर्व दिशा की ओर जयपुर बाईपास पर चलते हुये बाये मुडकर नगर परिषद सीमा के सहारे सहारे मध्य पुष्कर (आबादी रहित) को शामिल करते हुये पुनः जयपुर बाईपास मुख्य मार्ग पर आकर बाये मुडकर पुनः सीधा पूर्व दिशा की ओर चलते हुये दाये भाग में स्थित सुधाबाय कुण्ड (आबादी रहित) को शामिल करने के उपरान्त पुनः जयपुर बाईपास मुख्य रोड पर आकर पुनः सीधा पूर्व दिशा की ओर चलते हुये रेल्वे पुल को क्रोस करने के उपरान्त बूढा पुष्कर सरोवर (आबादी रहित) को शामिल करते हुये पुनः जयपुर बाईपास मुख्य मार्ग पर आकर पुष्कर शहर की ओर चलते हुये भट्टवाय गणेश जी तक आकर दाये मुडकर सीधा चलते हुये दाये भाग में स्थित वैष्णव धर्मशाला, पारिक कॉलोनी, केशव नगर, श्यामा बाघ होस्पिटल को शामिल करते सिलावटाें के कब्रिस्तान तक।
-----वार्ड तेईस---- अजमेर नागौर मुख्य सडक पुलिस चौकी से उत्तर दिशा की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित मस्जिद को शामिल करते हुये कमल गेस्ट हाउस, पटवारी के मकान, मालपानी के मकान, श्रीपैलेस, गुलाब ठेकेदार के मकान को शामिल करने के पश्चात सीधा चलते हुये बायें भाग में स्थित शंकर लाल, सुमन शर्मा, कमला पत्नि मोहन के मकानों को शामिल करने के बाद दायें मुड़कर सीधा पूर्व दिशा की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित मुकेश सुनारीवाल, राधाकिशन, सोहन हलवाई के मकानों को शामिल करने के बाद पुनः बायें मुड़कर यू टर्न करके देवनगर रोड की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित सोहन हलवाई, कन्हैयालाल, विशन फुलवारी, हनुमान एवं माणक खोरवाल के मकानों को शामिल करने के बाद देवनगर रोड पर पहुंचकर बाये मुडकर सीधा दक्षिण दिशा की ओर चलते हुये बाये भाग में स्थित सुभाष राठौडिया के मकान को शामिल करते हुये एवं दाये भाग में स्थित जगदीश चौधरी के कॉम्प्लेक्स को छोड़ते हुये गनाहेडा चुंगी नाका से बायें मुडकर सम्पूर्ण फ्रेण्डस कॉलोनी को शामिल करते हुये बाये भाग में स्थित धर्मप्रकाश जी का मकान राजकीय चिकित्सालय, पुलिस क्वाटर से मस्जिद तक।
वार्ड चौबीस---- पाप मोचनी की तलहटी में स्थित माता मंदिर से नगर परिषद सीमा के सहारे सहारे पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये मुस्लिम कब्रिस्तान होते हुये बायें मुड़कर दक्षिण दिशा की ओर सीधा चलते हुये अजमेर नागौर मुख्य सडक तक दायें मुड़कर सीधा पश्चिम दिशा की ओर चलते हुये दायें भाग में स्थित मरुधर केसरी की जायदाद, बसंती लाल की जायदाद एवं मारवाड बस स्टेण्ड को शामिल करने के पश्चात दायें मुड़कर सीधा उत्तर दिशा की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित मस्जिद, कमल गेस्ट हाउस, श्रीपैलेस, गुलाब ठेकेदार मकान को छोडने के बाद सीधा उत्तर दिशा की ओर चलते हुये शंकर लाल उजरपुरिया, सुमन शर्मा, कमला पत्नि मोहन के मकानों को छोड़ते हुये दायें मुड़कर सीधा पूर्व दिशा की ओर चलते हुये बायें भाग में स्थित मुकेश सुनारीवाल, सोहन हलवाई के मकान को छोडते हुये दायें भाग में स्थित बबलु गुरावा, गोरी शंकर, मुस्ताक, रामेश्वर लाल थानेदार के मकान को शामिल करते हुये सीधा पापमोचनी माता के चलते हुए,बायें मुड़कर सीधा उत्तर दिशा की ओर चलते हुये मदन ओड एवं परमानंद के मकान को शामिल करने के बाद नगर परिषद सीमा तक
वार्ड पच्चीस---देवनगर रोड स्थित नगर परिषद सीमा के सहारे सहारे सीधा पूर्व दिशा की ओर चलते हुये दायें भाग में स्थित मकानों को शामिल करते हुये रामलाल धारू फौजी के मकान हरिजन बस्ती गांछा श्मशान गांछा श्मशान, नाथों का शमशान सम्मिलित करते हुए पापमोचनी की तहलटी में स्थित माताजी के मंदिर तक चलकर दाये मुड़कर सीधा दक्षिण दिशा की ओर चलते हुये बाये भाग में स्थित परमानंद एवं मदन ओड के मकान को छोडते हुये एवं दाये भाग में स्थित बुद्धराज एवं भोलाराम के मकानों को शामिल करते हुये पश्चिम दिशा की ओर सीधे चलते हुये दाये भाग को शामिल करते हुये बाये भाग में स्थित हनुमान एवं माणक खोरवाल, सुभाष राठोडिया के मकान को छोड़ते हुये देवनगर रोड पर पहुंच कर दायें मुड़कर दाये भाग में स्थित शम्भू सांसी के मकान व हरिजन मंदिर, अलकेश टांक के मकान को शामिल करते हुये बायें भाग में स्थित सांसी बस्ती को छोड़ते हुये मुख्य देवनगर रोड पर नगर परिषद सीमा तक।