Khwaja Moinuddin Chishti Urs : अजमेर में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के 814वें उर्स में गजब का नजारा दिखा। मलंगों-कलंदरों ने हैरत अंगेज करतब दिखाए। यह देख सभी ने दांतों तले उंगुलियां दब ली। साथ ही छड़ियों का जुलूस निकाला।
Khwaja Moinuddin Chishti Urs : अजमेर में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के 814वें उर्स के लिए देश के विभिन्न प्रांतों से पैदल आए मलंगों और कलंदरों ने रविवार को छड़ी का जुलूस निकाला। उन्होंने जुलूस के दौरान हैरतअंगेज करतब दिखाए। गंज स्थित उस्मानी चिल्ले से हजरत इनाम हसन गुदड़ीशाह बाबा पंचम की सदारत में जुलूस रवाना हुआ। हाथों में छड़िया लिए और हैरत अंगेज करतब दिखाते हुए कलंदर जुलूस के रूप में सूफी सेंट स्कूल, ऋषि घाटी, गंज, देहली गेट, धानमंडी होते हुए गरीब नवाज की दरगाह पहुंचे।
इस दौरान चाकू की नोंक से आंखों की पुतली निकालने, तलवारबाजी, शरीर पर कोड़े बरसाने जैसे कई हैरतअंगेज कारनामों ने लोगों को हैरान कर दिया। बैंड-बाजे और ढोल-ताशों के साथ जुलूस गंज, देहलीगेट व धानमंडी होते हुए दरगाह पहुंचा। यहां आस्ताना शरीफ में छड़ियां पेश की गई। जुलूस के कन्वीनर इकराम हसन और अन्य मौजूद रहे।
सरवर भंडारी मेहरोली, अजीजुल हक मुर्शिदाबाद, मलिक भरोसा कुतुब जमात, मोईनुद्दीन, हाजी मिट्टी शाह, अहमद शेख, पाकेट बाबा और सिकंदर बाबा दिल्ली, अदुल हक नागा बाबा और मलिक उद्दीन असम, मोह्मद रशीद, गाजी बाबा हसन कोलकाता, हैदर अली साबरी कलियर शरीफ, फिरोज बाबा जयपुर, मासूम अली पानीपत, जहूर बाबा सोलह खंभा अजमेर।
गरीब नवाज के उर्स के लिए कायड़ विश्राम स्थली में जायरीन की आवक शुरू हो गई है। कई राज्यों से जायरीन बसों, ट्रक और निजी वाहनों से अजमेर पहुंचे हैं। उर्स के दौरान 2 से 3 लाख जायरीन के अजमेर पहुंचने की उम्मीद है।
छह रजब (27 दिसंबर) तक आस्ताना शरीफ सुबह 4 बजे खुलेगा और खिदमत होगी। इसके बाद शाम 7.30 बजे खिदमत और पहला गुस्ल व रात्रि 12.30 बजे गुस्ल दिया जाएगा। 9 रजब 30 अथवा 31 दिस्बर को सुबह 9 बजे व दोपहर 3 बजे खिदमत होगा। शाम 4 से रात्रि 9.30 बजे आस्ताना खुला रहेगा।