Mahakumbh 2025: धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, महाकुंभ में स्नान के बाद अक्षयवट के दर्शन करना चाहिए। इसी बीच, मेला प्रशासन ने अक्षयवट कॉरिडोर को 3 दिन तक बंद करने का निर्णय लिया है। इन 3 दिनों में आम श्रद्धालु अक्षयवट के दर्शन नहीं कर पाएंगे।
Mahakumbh 2025: अगर आप प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ मेले में जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए है। अगर आप उन लोगों में से हैं, जो महाकुंभ के समय प्रयागराज के मशहूर जगहों को घूमने का सोच रहे हैं तो पहले यह खबर पढ़ लें। प्रयागराज में विशेष दिनों पर आम श्रद्धालु अक्षयवट के दर्शन नहीं कर पाएंगे। आइए जानते हैं कि यह निर्णय क्यों लिया गया है और किन-किन तारीखों पर अक्षयवट के दर्शन बंद रहेंगे।
मेला प्रशासन ने अक्षयवट के दर्शन को लेकर यह निर्णय लिया है। दरअसल, महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक संगम स्नान के लिए प्रयागराज आते हैं। इस साल महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने की संभावना जताई जा रही है। महाकुंभ में भीड़ के कारण मेला प्रशासन की ओर से यह निर्णय लिया गया ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो।
मेला प्रशासन द्वारा लिए गए निर्णय के मुताबिक, मकर संक्रांति राजसी स्नान (14 जनवरी), मौनी अमावस्या राजसी स्नान (29 जनवरी), बसंत पंचमी राजसी स्नान (03 फरवरी) को अक्षयवट कॉरिडोर को बंद रखा जाएगा। ऐसे में आम श्रद्धालु अक्षयवट के दर्शन नहीं कर पाएंगे। इसलिए अगर आप महाकुंभ में शामिल होने की प्लानिंग कर रहे हैं तो अक्षयवट के दर्शन इन राजसी स्नान से एक दिन पहले या एक दिन बाद कर लें।
आपको बता दें कि 2019 से पहले अक्षयवट पर सेना का पहरा था। सुरक्षा कारणों से आम श्रद्धालुओं को दर्शन भी सुलभ नहीं था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से आम श्रद्धालुओं के लिए न सिर्फ अक्षयवट के द्वार खुले, बल्कि अब कॉरिडोर तैयार हो चुका है। मान्यता है कि संगम स्नान के बाद बिना अक्षयवट के दर्शन किए महाकुंभ का पुण्य प्राप्त नहीं होता है।