अलवर जिला परिषद ने फर्जी तरीके से नौकरी पाने वाली दो महिला लिपिकों को बर्खास्त कर दिया है। जिला स्थापना समिति की मिनट्स फाइनल होने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
अलवर जिला परिषद ने फर्जी तरीके से नौकरी पाने वाली दो महिला लिपिकों को बर्खास्त कर दिया है। जिला स्थापना समिति की मिनट्स फाइनल होने के बाद यह कार्रवाई की गई है। दो दिन बाद इन दोनों पर रिपोर्ट दर्ज होगी और यही महिलाएं इस फर्जीवाड़े का खुलासा करेंगी कि इनके पास फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र कहां से आए। अब जिला परिषद में हुई लिपिक भर्ती की भी जांच आगे बढ़ेगी। बताया जा रहा है कि ऐसे 40 केस हो सकते हैं।
जिला परिषद सीइओ के फर्जी हस्ताक्षर से जारी अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर बोनस अंक लेने वाली मालाखेड़ा पंचायत समिति की लिपिक सीमा बाई गुर्जर और फर्जी कंप्यूटर प्रमाण पत्र के आधार पर राजगढ़ पंचायत समिति में कार्यरत लिपिक कृष्णा कुमारी शर्मा को बर्खास्त किया गया। राजस्थान पत्रिका ने लिपिक भर्ती 2013 के तहत हुई नियुक्तियों पर सवाल उठाए, तो एसओजी जयपुर ने जिला परिषद में दो साल पहले जांच के लिए फाइलें मंगवाई। सरकार तक मामला पहुंचते ही, पूरे प्रदेश में हुई लिपिक भर्ती पर जांच शुरू हो गई। अलवर में भी प्रशासन की ओर से जांच की जा रही है, लेकिन समुचित दस्तावेज अभी नहीं मिल रहे हैं।
इस तरह हुआ खेल: इस पूरी भर्ती में दस्तावेज सत्यापन दल के आक्षेपों को दरकिनार करना, चेकलिस्ट बदलना, दस्तावेज सत्यापन दल के फर्जी हस्ताक्षर से सत्यापन करना, सीईओ के फर्जी हस्ताक्षर से अनुभव प्रमाण पत्र जारी होना, फर्जी और अमान्य कंप्यूटर प्रमाण पत्र और अनुभव ओवरलैपिंग सहित कई बड़े मामले सामने आए हैं।
दो लिपिकों को बर्खास्त कर दिया गया है। सोमवार तक इन पर केस भी दर्ज कराया जाएगा। इसी के साथ अन्य मामलों की भी जांच की जाएगी - सालुंखे गौरव रविंद्र, सीईओ जिला परिषद