अलवर, बहरोड़ और भिवाड़ी सहित पूरे जिले में रविवार सुबह से घना कोहरा छाया रहा। कई इलाकों में विजिबिलिटी घटकर महज 50 मीटर तक रह गई, जिससे सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। करीब दर्जनभर ट्रेन अपने नियम समय से स्टेशन पर देरी से पहुंच है। रोडवेज बस का समय भी प्रभावित हुआ है।
अलवर, बहरोड़ और भिवाड़ी सहित पूरे जिले में रविवार सुबह से घना कोहरा छाया रहा। कई इलाकों में विजिबिलिटी घटकर महज 50 मीटर तक रह गई, जिससे सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। करीब दर्जनभर ट्रेन अपने नियम समय से स्टेशन पर देरी से पहुंच है। रोडवेज बस का समय भी प्रभावित हुआ है। वहीं, पिछले एक सप्ताह से तापमान लगातार गिर रहा है। ठंडी हवाओं और कोहरे के साथ वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में भी उछाल दर्ज किया गया है, जिससे प्रदूषण का असर और बढ़ गया है। अलवर का एक्यूआई 190 और भिवाड़ी का एक्यूआई 234 दर्ज हुआ। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी ठंड और कोहरे से राहत के आसार कम बताए गए हैं। गौरतलब है कि सुबह के समय हाईवे और शहर की सड़कों पर वाहनों की रफ्तार थम सी गई। चालक फॉग लाइट और धीमी गति से सफर करने को मजबूर हुए।
स्वास्थ्य पर बढ़ा खतरा
चिकित्सकों ने बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है। ठंड और कोहरे के कारण सबसे अधिक परेशानी श्वांस, दमा और अस्थमा के मरीजों को हो रही है। अस्पतालों में सर्दी-जुकाम, खांसी और सांस संबंधी रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
फसलों को होगा लाभ
लगातार बढ़ती सर्दी और कोहरे से खेती-किसानी को फायदा होगा। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि कोहरे से सरसों, गेहूं और चने में नमी की बनी रहेगी, जिससे पानी की आवश्यकत कम होगी। इससे पौधों में ग्रोथ होगी। इसका फायदा पैदावार पर होगा।