अलवर शहर में बने ओवरब्रिज के नीचे खाली पड़ी जगह के सदुपयोग को लेकर राजस्थान पत्रिका की ओर से चलाया गया अभियान लगातार आगे बढ़ रहा है।
अलवर शहर में बने ओवरब्रिज के नीचे खाली पड़ी जगह के सदुपयोग को लेकर राजस्थान पत्रिका की ओर से चलाया गया अभियान लगातार आगे बढ़ रहा है। इसी कड़ी में यूआईटी ने कालीमोरी ओवरब्रिज के नीचे खाली पड़ी एक और जमीन का सदुपयोग करते हुए यहां रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाना शुरू कर दिया है। इस सिस्टम के जरिए बारिश का करीब 4 लाख लीटर पानी हर दिन जमीन में जाएगा।
राजस्थान पत्रिका ने शहर के ओवर ब्रिज का सर्वेक्षण किया और पता लगाया कि इनके नीचे कहां-कहां जमीन खाली है। मुहिम के तहत हमने प्रशासन को ऐसी जगह बताई, जो खाली थी, जिनका सदुपयोग किया जा सकता है। इसी के तहत यूआईटी ने काली मोरी ओवरब्रिज के नीचे बैंक कॉलोनी के पास खाली पड़ी जमीन पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए मंजूरी दी। पत्रिका की मुहिम पर काली मोरी पार्क का निर्माण 5 बीघा में एक करोड़ की लागत से किया गया था। यूआईटी के एक्सईएन कुमार संभव अवस्थी ने बताया कि बैंक कॉलोनी, अलकापुरी व आसपास की कॉलोनियों का पानी इस रेन वाटर हार्वेस्टिंग के जरिए जमीन में जाएगा।