सरिस्का टाइगर रिजर्व के सबसे ताकतवर बाघ युवराज (एसटी-21) की टेरेटरी में करीब दो सप्ताह से घूम रहा एसटी-2304 बाघ घायल हो गया है। इस बाघ के नाक के पास चोट आई है।
सरिस्का टाइगर रिजर्व के सबसे ताकतवर बाघ युवराज (एसटी-21) की टेरेटरी में करीब दो सप्ताह से घूम रहा एसटी-2304 बाघ घायल हो गया है। इस बाघ के नाक के पास चोट आई है। रविवार को इस टाइगर के घायल होने की तस्वीर सामने आई, तो सभी हैरत में पड़ गए। पत्रिका ने इसकी पड़ताल की, तो पता लगा कि एसटी-2304 का अभी ’युवराज‘ से सामना नहीं हुआ और न अब तक कोई संघर्ष हुआ।
यदि ऐसा होता, तो युवराज भी घायल होता, लेकिन उसके शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं। साथ ही संघर्ष के बाद कमजोर बाघ को टेरेटरी छोड़नी पड़ती, पर ऐसा भी नहीं हुआ। सरिस्का के अधिकारियों का भी मानना है कि युवराज से एसटी-2304 का संघर्ष नहीं हुआ है। घायल होने के अन्य कारण हो सकते हैं, जिसकी पड़ताल की जा रही है।
युवराज की आयु करीब 10 साल है। इसका वजन भी 250 किलो से अधिक है। इसकी दहाड़ 40 वर्ग किमी एरिया तक सुनाई देती है, लेकिन दो सप्ताह पहले अकबरपुर रेंज का ढाई वर्षीय टाइगर एसटी-2304 इसकी टेरेटरी (धानका का तिराहा, गधेड़ी आदि एरिया) में घुस आया।
एक्सपर्ट मान रहे हैं कि सरिस्का में ग्रासलैंड के लिए करीब 50 हेक्टेयर इलाके में की गई फेंसिंग से भी बाघ घायल हो सकता है। ऐसे में फेंसिंग पर सवाल खड़े हो गए हैं? क्योंकि इससे जानवरों का स्वच्छंद विचरण प्रभावित हो रहा है। बताते हैं कि अन्य जानवर व पक्षी भी इसमें फंस रहे हैं। हालांकि सरिस्का प्रशासन ने फेंसिंग से जानवरों को होने वाले नुकसान से इनकार किया है।
युवराज के साथ एसटी 2304 का संघर्ष नहीं हुआ है और न ही युवराज को किसी प्रकार की कोई चोट आई है। एसटी-2304 के घायल होने के कारण पता किए जा रहे हैं। ग्रासलैंड के लिए की गई फेंसिंग से बाघ घायल नहीं हो सकता। अन्य जानवर भी इससे प्रभावित नहीं होते - संग्राम सिंह कटियार, क्षेत्र निदेशक सरिस्का
यदि युवराज से संघर्ष हुए बिना एसटी-2304 घायल हुआ है, तो यह जांच का विषय है। ग्रासलैंड के लिए की गई फेंसिंग से जानवरों को चोट लग सकती है। हालांकि बाघ अपना बचाव आसानी से कर लेता है। ग्रासलैंड जंगल के लिए जरूरी है, लेकिन यह भी देखा जाना चाहिए कि इससे कितने जानवरों का और कितने एरिया में स्वच्छंद विचरण प्रभावित हो रहा है - सुमित शर्मा, रिटायर्ड सहायक वन संरक्षक, सरिस्का