Nigam 1st MIC meeting: शहर में विकास कार्यों के जरिए सुविधाएं बढ़ाने पर निगम की नई सरकार का जोर, महामाया कॉरिडोर का निर्माण समेत इन फैसलों को सामान्य सभा में किया जाएगा पेश
अंबिकापुर. नगर निगम अंबिकापुर की महापौर मंजूषा भगत की अध्यक्षता में सोमवार को महापौर कक्ष में नगर निगम परिषद (एमआईसी) की पहली बैठक (Nigam 1st MIC meeting) आयोजित की गई। बैठक में नगर निगम आयुक्त डीएन कश्यप, नव नियुक्त एमआईसी सदस्य व सभी विभाग के प्रभारी उपस्थित रहे। बैठक में निगम के वित्त लेखा और अंकेक्षण विभाग द्वारा प्रस्तुत वित्त वर्ष 2025-26 के बजट को लेकर चर्चा की गई। इस पर एक बार और एमआईसी में निर्णय लिया जाएगा। इसके बाद सामान्य सभा में पेश किया जाएगा।
महापौर मंजूषा भगत ने कहा कि पूर्व की निगम सरकार की तरह कॉपी पेस्ट बजट नहीं पेश करना है, इसलिए सभी मेंबरों से चर्चा की जा रही है। नगर निगम (Nigam 1st MIC meeting) की पूर्व सरकार ने गार्बेज कैफे की शुरूआत की थी। इसमें किसी भी व्यक्ति द्वारा प्लास्टिक कचरा लाने पर उसे भर पेट भोजन व नाश्ता दिए जाने का प्रावधान था।
इस तरह यह देश का पहला गार्बेज कैफे था। हालांकि पूर्व सरकार के रहते ही लोगों ने गार्बेज कैफे से दूरियां बनानी शुरू कर दी थी। धीरे-धीरे यह व्यवस्था धूमिल पडऩे लगी थी। इसके बाद वर्तमान निगम सरकार ने इस गार्बेज कैफे को अब बंद करने का निर्णय एमआईसी में लिया है।
एमआईसी की बैठक (Nigam 1st MIC meeting) में महामाया मंदिर कॉरिडोर का निर्माण कराने का निर्णय लिया गया। महापौर मंजूषा भगत ने बताया कि महामाया कॉरिडोर का निर्माण 15 करोड़ की लागत से कराया जाएगा। कॉरिडोर के अंतर्गत पार्किंग, आने जाने की व्यवस्था सहित अन्य कार्य कराए जाएंगे।
वहीं महापौर ने बताया कि नवरात्रि के दौरान होने वाली अव्यवस्था से निपटने के लिए सिंचाई विभाग के नहर के समीप पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। इससे मंदिर में होने वाली भीड़ व जाम से लोगों को राहत मिलेगी।
नगर निगम एमआईसी की बैठक (Nigam 1st MIC meeting) में कुल 21 बिन्दूओं पर चर्चा की गई। निगम की नई सरकार की पहली एमआईसी होने में पहला मुद्दा गणपति धाम का रखा गया था। इसमें एमआईसी द्वारा निर्णय लिया गया है कि गणपति धाम के प्रवेश द्वार का निर्माण कराया जाएगा। लगभग 12 लाख रुपए की लागत से गणपति धाम के प्रवेश द्वार का निर्माण होगा। इस कार्य के लिए वह राशि खर्च की जाएगी जो विभिन्न कार्यों से बची हुई है।
एमआईसी की बैठक (Nigam 1st MIC meeting) में राजमोहिनी भवन को तोडक़र ऑडिटोरियम बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। इस पर एमआईसी मेंबरों ने सहमति दी है। महापौर ने बताया कि राजमोहिनी भवन को तोडक़र वातानुकूलित 1000 सीटर ऑडिटोरियम का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए 20 करोड़ राशि की आवश्यकता है।
बड़े शहरों की तरह ट्रैफिक सिग्नल पर शेड का निर्माण कराया जाएगा। महापौर ने बताया कि यह अभी ट्रायल है। पहले एक-दो ट्रैफिक सिग्नल पर इसका प्रयोग किया जाएगा। बारिश व धूप से बचने के लिए ट्रैफिक सिग्नल पर शेड का निर्माण कराए जाने का निर्णय एमआईसी (Nigam 1st MIC meeting) में लिया गया है। पहले चरण में गांधी चौक को चिन्हांकित किया गया है।