vasant Panchami shubh muhurt: त्योहार की डेट ने एक बार फिर लोगों को कंफ्यूज कर दिया है। अब बसंत पंचमी किस दिन मनाई जाएगी 2 फरवरी को या 3 फरवरी को यह गूगल पर हॉट सर्च में शामिल है। 4 पुरोहितों से जानते हैं वसंत पंचमी की सही डेट और मुहूर्त
Mahakumbh Snan Muhurt: बसंत पंचमी की तिथि पर कंफ्यूजन की वजह माघ शुक्ल पंचमी तिथि का 2 और 3 फरवरी 2025 को, दोनों दिन प्राप्त होना है। इसीलिए कहीं वसंत पंचमी 2 फरवरी को तो कहीं 3 फरवरी को बताई जा रही है।
दरअसल, देश में कई पंचांगकर्ता हैं, जो कैलेंडर तैयार करते हैं। इनकी धारणाओं में थोड़े अंतर से सरस्वती पूजा की तारीख अलग-अलग हो गई है। इनमें काशी क्षेत्र के पंचांगों में बसंत पंचमी की डेट अलग है तो एक प्रचलित ऑनलाइन पंचांग में वसंत पंचमी की डेट अलग है।
इसके अलावा राजस्थान आदि क्षेत्रों के अलग-अलग पंचांग में डेट अलग है। इससे बसंत पंचमी की डेट को लेकर लोगों में दुविधा बन गई है। पुरोहितों से ही आइये जानते हैं कब है बसंत पंचमी की सही तिथि और क्या है मुहूर्त
दरअसल, माघ शुक्ल पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है। इसी दिन मध्याह्नकाल में मां सरस्वती की पूजा की जाती है, प्रयागराज में संगम स्नान और अखाड़ों का शाही स्नान होता है। कंफ्यूज आइये जानते हैं कब है माघ शुक्ल पंचमी
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माघ शुक्ल पंचमी का आरंभः 02 फरवरी 2025 को सुबह 09:14 बजे से
पंचमी तिथि समापनः 03 फरवरी 2025 को सुबह 06:52 बजे
वसंत पंचमीः रविवार 2 फरवरी 2025
वसंत पंचमी मध्याह्न क्षणः 12.41 बजे
वसंत पंचमी सरस्वती पूजा मुहूर्त: सरस्वती पूजा मुहूर्त सुबह 7.12 बजे से दोपहर 12:41 बजे
अवधिः 05 घंटे 29 मिनट
जयपुर के पुरोहित पंडित मातृका प्रसाद के अनुसार वसंत पंचमी 2 फरवरी को मनाना चाहिए। इस दिन सरस्वती की पूजा लाभ का चौघड़िया सुबह 9.57 बजे से सुबह 11.18 के बीच या अभिजित मुहूर्त में सुबह 11.18 से 12.39 बजे के बीच करना चाहिए।
माघ शुक्ल पंचमी आरंभ: 2 फरवरी को सुबह 11.53 बजे से
माघ शुक्ल पंचमी का समापनः 3 फरवरी को सुबह 9.39 बजे से
3 फरवरी को सूर्योदयः सुबह 6.40 बजे
नोटः ऐसे में काशी क्षेत्र के पुरोहित उदया तिथि में 3 फरवरी को बसंत पंचमी मनाने और सरस्वती पूजा करने पर बल दे रहे हैं। इनका कहना है कि 2 फरवरी को पंचमी तिथि सूर्योदय के बाद आ रही है और सूर्योदय के समय चतुर्थी है, इसलिए माघ शुक्ल पंचमी यानी बसंत पंचमी 3 को होगी ना कि 2 फरवरी को …
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प्रयागराज में इन दिनों महाकुंभ 2025 का आयोजन हो रहा है। www.kumbh.gov.in पर बसंत पंचमी स्नान की तिथि 3 फरवरी दर्ज है। इस दिन शाही स्नान होता है, बड़ी संख्या में देश भर के लोग प्रयागराज कुंभ पहुंचते हैं।
मीरजापुर के पुरोहित कमलेश त्रिपाठी के अनुसार बसंत पंचमी सोमवार, 3 फरवरी 2025 को है। साथ ही सरस्वती पूजा मध्याह्न समय में करना चाहिए। इसलिए करीब 12 बजे सरस्वती पूजा करना अच्छा होगा।
उज्जैन के ज्योतिषी और पुरोहित चेतन शास्त्री के अनुसार बसंत पंचमी 3 फरवरी सोमवार को मनाई जाएगी।
एक अन्य पुरोहित के अनुसार माघ शुक्ल पंचमी तिथि की शुरुआत 2 फरवरी रविवार को 09.14 बजे से होगी, जो अगले दिन 3 फरवरी को सुबह 06.52 बजे तक रहेगी। इसलिए बसंत पंचमी 3 फरवरी 2025 को मनाना चाहिए। इसी दिन स्नान करना चाहिए।
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:57 बजे से सुबह 05:48 तक
अभिजित मुहूर्तः सुबह11:50 बजे से दोपहर 12:34 बजे तक
सरस्वती पूजा पर अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: सुबह 06:40 बजे से 08:03 बजे तक
शुभ-उत्तम मुहूर्त: सुबह 09:26 बजे से सुबह 10:49 बजे तक
चर-सामान्य मुहूर्त: दोपहर 01:35 बजे से दोपहर 02:58 बजे तक
लाभ-उन्नति मुहूर्त: दोपहर 02:58 बजे से दोपहर 04:21 बजे तक
सरस्वती पूजा का मुहूर्त: सुबह 7.07 बजे से सुबह 8.38 बजे तक
सरस्वती पूजा का दूसरा मुहूर्त: सुबह 10.06 बजे से दोपहर 1.39 बजे तक
काशी क्षेत्र के पंचांग के अनुसार 3 फरवरी को वसंत पंचमी पर साध्य और रवि शुभ योग बन रहे हैं। इस दिन रवि योग सुबह 6.40 बजे से रात 11. 16 बजे तक है। वहीं प्रात:काल ही साध्य योग बन जाएगा और 4 फरवरी को तड़के 3.03 बजे क रहेगा। वहीं बसंत पंचमी रेवती नक्षत्र में मनाई जाएगी। रेवती नक्षत्र इस दिन प्रात:काल से रात 11. 16 बजे तक है।