Dhanteras Upay: धनतेरस से पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत हो जाती है। इस दिन स्थिर लग्न में मां लक्ष्मी, कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन लक्ष्मी पूजा से मां स्थायी रूप से निवास करती हैं। इसी के साथ ऐसी भी मान्यताएं हैं कि धनतेरस की शाम कुछ खास वस्तुओं को किसी को नहीं देना चाहिए। आइये जानते हैं ऐसी मान्यताएं...
Dhanteras Upay: धनतेरस पर सुख-समृद्धि और धन की प्राप्ति के लिए विशेष रूप से माता लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। मान्यता है कि धनतेरस की शाम उन वस्तुओं को किसी को देने से बचें जो माता लक्ष्मी से जुड़ी हुई हैं। मान्यता है कि इन चीजों को किसी और को देने से घर की बरकत, सुख-शांति उसी के साथ चली जाती है। इसके कारण आपकी आर्थिक स्थिति भी प्रभावित होती है।
धनतेरस के दिन विशेष रूप से माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस पूजा का समय शाम को प्रदोषकाल होता है और इस समय मुख्य द्वार को खुला रखा जाता है ताकि लक्ष्मीजी का घर में आगमन हो। ऐसे में किसी को पैसा या धन उधार देना ठीक नहीं माना जाता है।
इसे लक्ष्मीजी को घर से विदा करने के समान माना जाता है। मान्यता है कि इससे आपके घर की आर्थिक खुशहाली प्रभावित हो सकती है। मान्यता है कि धनतेरस की शाम को न तो किसी से उधार लेना चाहिए और ना ही किसी को देना चाहिए वर्ना आपके जीवन में आर्थिक तंगी का आगमन होता है।
धार्मिक मान्यताओं में झाड़ू का संबंध भी माता लक्ष्मी से माना जाता है। इसलिए धनतेरस की शाम को या दिवाली के दिन झाड़ू देना अशुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे घर से लक्ष्मी चली जाती हैं। इसीलिए इस समय किसी को झाड़ू नहीं देनी चाहिए। कई जगह तो लोग धनतेरस के दिन नई झाड़ू खरीदते हैं ताकि घर में बरकत बनी रहे।
परंपरा के अनुसार धनतेरस और दिवाली की शाम को प्याज और लहसुन देने से भी परहेज किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन दोनों सब्जियों का संबंध राहु केतु ग्रह से है। मान्यता है कि धनतेरस की शाम को प्याज या लहसुन देने से राहु केतु का अशुभ प्रभाव बढ़ जाता है।
इससे ग्रहों का नकारात्मक असर आपके जीवन पर पड़ सकता है और घर में अशांति होगी। इससे आर्थिक समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए यदि कोई पड़ोसी या रिश्तेदार प्याज या लहसुन मांगने आए तो उसे देने से बचें।
नमक का भी देवी लक्ष्मी से विशेष संबंध माना जाता है। धार्मिक कथाओं के अनुसार मां लक्ष्मी का प्राकट्य समुद्र से हुआ है और नमक सागर जैसे पानी से होता है। इसलिए इसका संबंध भी लक्ष्मी जी से जोड़ा जाता है। इसीलिए धनतेरस की शाम को या किसी अन्य दिन शाम के समय नमक का दान या उधार नहीं करना चाहिए।
मान्यता है कि इससे घर की बरकत चली जाती है। साथ ही ऐसा करने से आपकी लाइफ में राहु ग्रह का प्रकोप बढ़ जाता है। खासकर धनतेरस और दिवाली के दिन इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि नमक किसी को भी ना दें। इस गलती से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ेगा और सुख-समृद्धि प्रभावित होगी।
डिस्क्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारियां पूर्णतया सत्य हैं या सटीक हैं, इसका www.patrika.com दावा नहीं करता है। इन्हें अपनाने या इसको लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले इस क्षेत्र के किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।