Kharab Rahu Ki Pahchan: राहु नवग्रहों में से एक है। ज्योतिष में इसे पाप ग्रह का दर्जा प्राप्त है, इसका मनुष्य के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। लोगों को भ्रमित कर गलत दिशा में ले जाना इसका स्वभाव है। ऐसे में किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु कमजोर है तो उसे बुरी आदतें लग सकती हैं। आइये जानते हैं मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरा राहु अच्छा है या बुरा और ऐसी स्थिति में क्या राहु शांति उपाय करें (Rahu Shanti Mantra) ..
Rahu Kharab Hone Ke Lakshan Aur Upay: शनि की तरह राहु को लेकर भी लोगों में कई तरह के भ्रम हैं। लेकिन दूसरे ग्रहों की तरह एक ही समय में राहु किसी को शुभ फल देता है तो किसी को अशुभ फल देता है। मगर जब राहु पीड़ित होता है तो व्यक्ति की जिंदगी में उथलपुथल ला देता है, उसे कई तरह की बुरी आदतें लग जाती हैं।
यदि आपकी कुंडली नहीं बनी है तो भी इन बुरी आदतों से आप जान सकते हैं कि आपका राहु खराब है। मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरा राहु अच्छा है या बुरा ये सवाल मन में है तो देखें ये आदतें तो आप में नहीं और राहु शांति के उपाय क्या करें (Remedies For Peace)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली यदि राहु पीड़ित या कमजोर हो तो व्यक्ति को नकारात्मक प्रभाव झेलने पड़ते हैं। यह जातक को बुरी लत लगाता है। पीड़ित राहु के प्रभाव से जातक छल, कपट और धोखा करता है।
राहु खराब होने पर व्यक्ति में मांस, शराब और अन्य मादक पदार्थों के सेवन की लत बढ़ती है। इसके अलावा बुरे कर्म, चोरी, हिंसा जादू से जुड़े काम में रूझान बढ़ता है। इसके अलावा व्यक्ति का झुकाव आखेट, कानूनी पचड़ों में फंसता है।
साथ ही पीड़ित राहु व्यक्ति को अधर्मी बनाता है। इसके प्रभाव में आकर जातक दूसरों को परेशान करता है। यदि ऐसा हो तो जातकों को राहु से संबंधित उपाय करने चाहिए। ज्योतिष में राहु ग्रह की शांति के उपाय बताए गए हैं।
पीड़ित राहु के कारण व्यक्ति को शारीरिक समस्याएं भी परेशान करती हैं, उसे रोग लगते हैं। इसके कारण जातक को हिचकी, पागलपन, आंतों की समस्या, अल्सर, गैस्ट्रिक आदि होती हैं।
मांस, शराब, गुटका, तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट और अन्य मादक पदार्थ की लत व्यक्ति में बढ़ती है। इसके साथ ही उसका रूझान जुआ की ओर बढ़ता है, कूड़े का ढेर आसपास लगा होता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आपमें ये लक्षण दिखें तो आपको राहु शांति के उपाय करने चाहिए। आइये जानते हैं राहु शांति के उपाय
1.यदि राहु कमजोर है तो व्यक्ति को नागरमोथ की जड़ की ताबीज पहननी चाहिए।
2. किसी ज्योतिषी को कुंडली दिखाने के बाद गोमेद रत्न की अंगूठी पहननी चाहिए।
3. आठ मुखी रुद्राक्ष पहनने से भी राहु शांत होता है।
4. राहु यंत्र की स्थापना कर नियमित पूजा करना चाहिए।
5. राहु का वैदिक मंत्र, ॐ कया नश्चित्र आ भुवदूती सदावृध: सखा। कया शचिष्ठया वृता का जाप करना चाहिए।
6. इसके अलावा राहु के नीचे लिखे इन मंत्रों का नियमित जाप करना चाहिए ।
ॐ रां राहवे नमः
ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः