Maa Katyayani Mantra for marriage : मां कात्यायनी, देवी दुर्गा के नौ रूपों में से एक, स्त्री शक्ति का प्रतीक हैं। नवरात्रि के दौरान उनकी पूजा विशेष रूप से विवाह योग्य युवतियों द्वारा शीघ्र विवाह और प्रेम के मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए की जाती है। माँ कात्यायनी के आशीर्वाद से भक्तों को सुखी और सफल वैवाहिक जीवन का वरदान मिलता है।
Shardiya navratri 2024 : विवाह योग्य युवतियां मां कात्यायनी (Maa Katyayani) का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए माँ कात्यायनी मंत्र का पाठ करती हैं। इस मंत्र का पाठ करने से शीर्घ विवाह की प्राप्ति होती है। मां कात्यायनी (Maa Katyayani) की पूजा करने से प्रेम के रास्ते में आने वाली बाधाएं भी दूर होती है…भक्तों को सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद भी मिलता है। माँ कात्यायनी (Mother Katyayani) देवी दुर्गा के नौ रुपों में से एक है।
Shardiya navratri 2024 : मां कात्यायनी (Maa Katyayani) की पूजा नवरात्रि के नौ दिनों में की जाती है।भगवान शिव के दूसरे भाग और माँ दुर्गा के कई रूपों में से एक हैं। मां कात्यायनी स्त्री ऊर्जा का स्वरूप भी हैं। इन्होनें राक्षस महिषासुर ने सर्वशक्तिमान बनने का वरदान भी प्राप्त किया था। इसके बाद उसने सबके जीवन पर कहर भी बरसाया। जिससे नर, देव सभी दुखी थे। ऐसा कहा जाता है कि राक्षस माहिसासुर किसी के भी वश में नही आ रहा था।
Shardiya navratri 2024 : हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार तीन सबसे शक्तिशाली देवता ब्रह्मा, विष्णु और शिव राक्षस महिषासुर का संहार करने के लिए एकजुट हुए थे। तीनों देवताओं की शक्ति और पराक्रम के संयोजन से एक अग्नि उत्पन्न हुई। जिससे देवी कात्यायनी का जन्म हुआ।देवी कात्यायनी नारी शक्ति की दिव्य इकाई के रूप में अवतरित हुईं। जिसमें अनगिनत सूर्यों की चमक थी। उनका एक रूप योद्धा का था। वही दूसरी तरफ देखें तो तीन आंखें और लंबे काले घने बाल भी थे।
Shardiya navratri 2024 :देवी कात्यायनी (Maa Katyayani) की 18 भुजाएँ और प्रत्येक भुजा में, उन्हें विभिन्न युद्ध हथियार और वस्तुएँ सौंपी गईं जो युद्ध और जीत का प्रतिनिधित्व करती थीं। प्रत्येक भुजाओं में क्रमश: त्रिशूल, चक्र, शंख, गदा, तलवार और ढाल, धनुष और बाण, वज्र, गदा और युद्ध-कुल्हाड़ी, माला जैसे कई शक्तिशाली शस्त्र थे। माँ ने अपने वाहन सिंह पर चढ़कर महिषासुर का संहार किया। मां कात्यायनी के डर से महिषासुर भाग खड़ा हुआ और एक मरी हुई भैंस के अंदर जा छिपा, लेकिन उसके सभी प्रयास व्यर्थ रहे। क्योंकि वह देवी कात्यायनी के क्रोध से बच नहीं सका और देवी के द्वारा उसका संहार किया गया।
Shardiya navratri 2024 : भागवत पुराण में लिखा है कि माँ कात्यायनी (Maa Katyayani) की पूजा करने से उन्हें भाग्य की प्राप्ति होती हैऔर उन्हे मनचाहा वर की प्राप्ति भी होती है। जो युवतियां विवाह करना चाहती हैं और मनचाहा वर की मनोकामना करती हैं। वह माँ कात्यायनी की पूजा अर्चना व व्रत करती है। इस व्रत से जुड़ी मान्यता यह है कि इसे सबसे पहले कृष्ण की भूमि भीर भूमि की गोपियों द्वारा कृष्ण को पाति स्वरूप प्राप्त करने के लिए किया गया था।आमतौर पर मार्गशीर्ष के सर्दियों के महीनों के दौरान, युवतियां देवी कात्यायनी की प्रार्थना करती हैं। उन्हें प्रसन्न करने के लिए आंशिक उपवास के सख्त नियमों का पालन करती हैं।
इस मंत्र की देवी कात्यायनी है। वह नव दुर्गा का छठा रूप हैं। कात्यायनी का अर्थ है अहंकार और कठोरता का नाश बृहस्पति ग्रह पर देवी कात्यायनी का शासन है। विभिन्न कथाओं में देवी की 18 भुजाएँ या 4 भुजाएँ बताई गई हैं। जोे लोग माता -पिता या समाज के दबाव के चलते विवाह नही कर पाते है। उन्हें इस मंत्र का जाप बताए गए नियमों के अनुसार करना चाहिए। ऐसा करने से भक्त को सौभाग्य प्राप्त होता है, विवाह में आई अड़चनें दूर होती हैं।
कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि ।
नन्द गोपसुतं देविपतिं मे कुरु ते नमः ॥
ॐ ह्रीं कात्यायन्यै स्वाहा, ह्रीं श्रीं कात्यायन्यै स्वाहा ॥
चन्द्रहासोज्जवलकराशाईलवरवाहना।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी।।
माता कात्यायनी, नारी शक्ति की प्रतिमूर्ति और नारी शक्ति की प्रतीक हैं। मां दुर्गा की आराधना करने से प्रेम जीवन बेहतर होता है। और स्त्रीत्व में भी वृद्धि होती है।
कात्यायनी मंत्र का जप करने से कुंडली पर मांगलिक दोष का प्रभाव समाप्त हो जाता है। और विवाह के अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं।
नवविवाहित जीवन में समस्याएं आने पर कात्यायनी मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे पति-पत्नी का मन शांत होता है और आपस में बेहतर सामंजस्य स्थापित कर पाते हैं।
ॐ कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि ।
नन्दगोपसुतं देवि पतिं मे कुरु ते नमः ।।
- विवाह में देरी के मामले में इस मंत्र का जाप करने से अत्यंत लाभ मिलता है।
- इस मंत्र का नियामित जाप करने से जीवनसाथी का अच्छा स्वास्थ भी रहता है।
- यदि प्रेमी जो़डा किसी तरह की सम्स्या कर रहा है तो इस मंत्र का जप करने से अत्तयत लाभ मिलता है।
- माता-पिता अपनी बेटियों की शादी के कारण चिंतित हैं, तो भी इस मंत्र का जाप