जन सुनवाई प्रदेश की योगी सरकार की उच्च प्राथमिकता है। इस पर गंभीर रुख अख्तियार करते हुए SSP अयोध्या ने जिले में थानों और पुलिस कार्यालय से फरियादियों के किए पर्ची सुविधा लागू की है। यह पर्ची एक तरह से ऑनलाइन निस्तारण की ट्रैकिंग करने में मददगार रहेगी।
अयोध्या जिले में अब फरियादियों की शिकायतों का निस्तारण ऑन रिकॉर्ड रखा जाएगा इसके किए SSP डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने जन सुनवाई के दौरान फरियादियों के लिए यहां भी पर्ची सिस्टम लागू किया है। इस सिस्टम में अब फरियादियों को अपनी शिकायतों के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
अयोध्या के SSP डॉ. गौरव ग्रोवर की विशेष पहल गोरखपुर की तर्ज पर की गई है। बता दें कि गोरखपुर तैनाती के दौरान इन्होंने गोरखपुर में रहते हुए ही पर्ची सुविधा लागू की थी, जो अब अयोध्या में भी लागू की गई है। अयोध्या पुलिस के पास आने वाला हर फरियादी अब अपनी शिकायतों के निस्तारण को ऑन लाइन ट्रैक भी कर सकता है कि उसके निस्तारण की क्या प्रगति है।
SSP के इस सिस्टम में ने पुलिस के पास शिकायत लेकर जाने वाले फरियादी की SSP कार्यालय में एक पर्ची कटेगी जिसमें फरियादी की फोटो, उसका नाम, पता व उसकी शिकायत दर्ज रहेगी। इसकी एक प्रति इनके कार्यालय में कंप्यूटर में रिकॉर्ड के लिए फीड रहेगी। दूसरी प्रति फरियादी के पास रहेगी। वह अपनी समस्याओं के संबंध में कभी भी आकर अपनी समस्या के बारे में क्या निस्तारण हुआ, इसकी जानकारी प्राप्त कर सकेगा।
अयोध्या जिले के हर थानों पर एक पीले रंग की पर्ची भी फरियादी के लिए उसके प्रार्थना पत्र के अनुसार काटी जाएगी। इसकी एक प्रति थाने में रहेगी और दूसरी प्रति फरियादी के पास रहेगी। अब किसी को फरियाद के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में फरियादी के रिकॉर्ड पर, उनकी समस्याओं को देखते हुए, कम से कम समय कम से कम समय में जांच पूरी कर समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा।
SSP डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि जनसुनवाई,
शासन की सबसे उच्च प्राथमिकता में है, इसलिए इस बाबत किसी भी तरह की लापरवाही क्षम्य नहीं है। पुलिस कार्यालय हो या थाना हो हर जगह प्रार्थी के प्रार्थना पत्र का गंभीरता से निस्तारण होगा। उन्होंने बताया कि उनके कार्यालय में फरियादियों को बकायदा अब ऑन लाइन रजिस्टर्ड किया जाएगा। इसका एक रिकॉर्ड ऑफिस में रहेगा वहीं दूसरा रिकॉर्ड खुद प्रार्थी रखेगा। इससे निस्तारण की ऑनलाइन ट्रैकिंग भी आसानी से होती रहेगी।