मवेशियों के बचाव की गुहार लगाई
शाहपुरा. ग्रामीण इलाकों में इन दिनों रात के समय मवेशियों के शरीर पर खून के धब्बे नजर आने पर पशुपालक चिंतित नजर आ रहे है। एक विशेष प्रकार के कीट का प्रकोप सामने आया है जो रात के समय एक प्रकार से पशुओं का खून चूस रहा है। पशुपालकों ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों से मवेशियों के बचाव की गुहार लगाई है।जानकारी के अनुसार क्षेत्र के नवलपुरा ग्राम पंचायत क्षेत्र के आसपास के इलाकों में पिछले दो दिन से रात के समय मवेशियों के शरीर पर जगह-जगह खून के धब्बे से नजर आ रहे हैं। दिन में मवेशियों के शरीर पर खून नजर नहीं आता है। लेकिन सुबह मवेशियों के शरीर से खून निकलता देखकर पशुपालक परेशान हैं। पशुपालकों ने बताया कि इस प्रकार की समस्या मवेशियों में पहली बार देखने को मिल रही है। पशुपालकों ने मामले की सूचना पशुपालन विभाग के अधिकारियों को दी। पशु चिकित्सा टीम ने मौके पर पहुंचकर पशुपालकों से जानकारी ली।नवलपुरा क्षेत्र में ज्यादा प्रकोपपशुपालक बनवारीलाल यादव, बंशीधर, भैरूराम, सीताराम, मंगलचंद, लालचंद, मोहनलाल आदि ने बताया कि नवलपुरा पंचायत क्षेत्र की कृपाराम की ढाणी, बापूवाली ढाणी, मंगरों की ढाणी आदि में पिछले दो दिन से अचानक से रात को खुले में बंधने वाले मवेशियों के शरीर पर लाल रंग के धब्बे नजर आए। नजदीक से देखे तो खून के छींटे नजर दिखे। इस पर पशुपालक चिंतित हो गए। अनहोनी के चलते पूरी रात जागते भी रहे। गांव में दशहत का माहौल बना हुआ है।
साफ सफाई का विशेष रखे ध्यानपशु चिकित्सकों ने बताया कि बारिश के मौसम में मच्छरों की कई प्रजातियां उत्पन्न हो जाती है। यह भी एक प्रकार का कीट है जो पशुओं का खून चूसता है। पशुओं को इस प्रकार के कीटों से बचाने के लिए साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पशुओं के आसपास जलभराव नहीं होने दें, पशु बाडे को साफ सुथरा रखे और कीटनाशक का स्प्रे समय समय पर करते रहें।