बहराइच के कैसरगंज में करीब 300 से 350 लोगों ने कानपुर की एफआईआर के विरोध में बिना अनुमति जुलूस निकाला। पुलिस की रोक के बावजूद भीड़ भड़काऊ नारेबाजी करती हुई तहसील पहुंची। मामले में कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
बहराइच जिले के कैसरगंज में बिना अनुमति निकाले गए जुलूस ने माहौल को गर्मा दिया। करीब 300 से 350 लोग इस जुलूस में शामिल थे। पुलिस ने रोकने की कोशिश की। लेकिन भीड़ नारेबाजी करते हुए तहसील तक पहुंच गई। इसके बाद पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बहराइच जिले के कैसरगंज कस्बे में शनिवार की शाम कानपुर में दर्ज हुई एफआईआर के विरोध में निकाले गए जुलूस ने हंगामा खड़ा कर दिया। पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक उपनिरीक्षक इजलास प्रसाद मय हमराह कैसरगंज कस्बे में गश्त कर रहे थे। तभी करीब 4:30 बजे बहराइच रोड से एक जुलूस निकलता दिखाई दिया। इस जुलूस में स्थानीय निवासी डॉ. फैजुल हसन, अरशद खां, मुफीद, रिजवान, बाबू खान समेत 300 से 350 लोग शामिल थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जुलूस में शामिल लोग हाथों में तख्तियां लिए थे। जिन पर "आई लव मोहम्मद साहब" लिखा था। साथ ही भीड़ “सर तन से जुदा” जैसे भड़काऊ नारे भी लगा रही थी। पुलिस ने उन्हें समझाया कि जिले में धारा 189 (2) बीएनएस लागू है। बिना अनुमति जुलूस निकालना कानूनन अपराध है। लेकिन जुलूस में शामिल लोग नहीं माने और नारेबाजी करते हुए तहसील कैसरगंज की ओर बढ़ गए।
तहसील पहुंचने के बाद भीड़ ज्ञापन देने पर अड़ी रही। इस बीच अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा। जिसके बाद जुलूस में शामिल लोग ज्ञापन देकर तितर-बितर हो गए। पुलिस का कहना है कि इस घटना में बिना अनुमति जुलूस निकालने, धारा 189 (2) बीएनएस का उल्लंघन करने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया गया है।