बालाघाट नगर के भीतर और बाहर आवागमन व्यवस्था को सुदृढ़ करने के प्रयास प्रारंभ हो गए हैं। शुक्रवार को कलेक्टर मृणाल मीणा ने सरेखा ब्रिज से नगर के बायपास और सभी निर्माणधीन आरओबी का निरीक्षण किया। निरीक्षण की शुरुआत सरेखा आरओबी से प्रारंभ हुई। यहां अब तक हुए कार्यों की जानकारी ली। बालाघाट. बालाघाट नगर […]
बालाघाट नगर के भीतर और बाहर आवागमन व्यवस्था को सुदृढ़ करने के प्रयास प्रारंभ हो गए हैं। शुक्रवार को कलेक्टर मृणाल मीणा ने सरेखा ब्रिज से नगर के बायपास और सभी निर्माणधीन आरओबी का निरीक्षण किया। निरीक्षण की शुरुआत सरेखा आरओबी से प्रारंभ हुई। यहां अब तक हुए कार्यों की जानकारी ली।
बालाघाट. बालाघाट नगर के भीतर और बाहर आवागमन व्यवस्था को सुदृढ़ करने के प्रयास प्रारंभ हो गए हैं। शुक्रवार को कलेक्टर मृणाल मीणा ने सरेखा ब्रिज से नगर के बायपास और सभी निर्माणधीन आरओबी का निरीक्षण किया। निरीक्षण की शुरुआत सरेखा आरओबी से प्रारंभ हुई। यहां अब तक हुए कार्यों की जानकारी ली। वर्तमान समय में जाम की स्थिति को दूर करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के रुप में रेलवे अंडर पास के कार्य को तेजी से करने के निर्देश दिए है। यहां मजदूरों के पास कोई सेफ्टी के साधन नहीं होने पर एजेंसी को व्यवस्था करने की हिदायत दी है।
निरीक्षण के दौरान सरेखा आरओबी के कार्य को तेज गति देने के साथ ही अंडर ब्रिज से दोपहिया वाहन के आवागमन की व्यवस्था प्रारंभ करने पर जोर दिया। इसमें एक होटल का अधिग्रहण करने के संबंध में एसडीएम को कार्यवाही पूर्ण करने के निर्देश दिए है। रेलवे इंजीनियर ने बताया कि दोपहिया वाहनों का आवागमन 30 सितम्बर तक प्रारम्भ हो जाएगा। निरीक्षण के दौरान नगर पुलिस अधीक्षक अंजुल अयंक ने सरेखा ब्रिज से नगर को जाने वाले सभी मार्गों पर यातायात दबाव के संबंध में जानकारी दी। कलेक्टर मीणा ने कहा कि इस ब्रिज के बन जाने के बाद बैहर रोड स्थित रेलवे फाटक पर जाम की स्थिति न हो इसके लिए प्लान करना होगा। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने शहर के भीतर के अलावा जबलपुर, नागपुर और गोंदिया से आने वाले भारी वाहनों पर फोकस किया। उन्होंने इस मार्ग के पूर्ण होने के बाद नगर के तेज गति से विकास और सुगम यातायात व्यवस्था के संबंध में एसडीएम, सीएसपी को निर्देशित किया है।
जागपुर घाट पर बन रहे ब्रिज का फाउंडेशन तैयार
जागपुर घाट वैनगंगा नदी पर बन रहे उच्च स्तरीय पुल का कार्य विभाग ने 32 प्रतिशत पूर्ण होना बताया है। इसमें 3 पहियों के साथ पूरा फाउंडेशन शामिल है। यह पुल 400 मीटर लम्बा होगा। कुल लागत 614.05 लाख बताई गई है। इसका निर्माण जून 2026 में पूर्ण होगा।
गर्रा आरओबी का कार्य 50 प्रतिशत पूर्ण
गर्रा के पास बालाघाट-सिवनी मार्ग पर बन रहे उच्च स्तरीय आरओबी का कार्य 50 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। अब यहां बिजली विभाग ने करीब 40 पोल हटाएगा। इसके बाद ब्रिज की गति और तेज होगी। मौका स्थल से कलेक्टर मीना ने एमपीइबी के एसई दीपक उइके को पोल शिफ्टिंग की प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश दिए। यह ब्रिज 954.62 लाख रुपए की लागत से बन रहा है।
सामुदायिक भवन का निरीक्षण करेंगे जपं सीईओ
कलेक्टर मीणा ने निरीक्षण के दौरान गोंगलई में सुने पड़े भवन को देखकर वाहन रुकवाया। एसडीएम सोनी ने बताया कि सामुदायिक भवन पंचायत ने बनाया है। लावारिस पड़े इस भवन को संचालित व रखरखाव के लिए कलेक्टर ने जनपद सीईओ और एसडीएम को दुरुस्त कर उपयोगी बनाकर संचालन का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए है।