बैगा बस्तियों में धरातल पर हुए कार्यों की जानकारी और निगरानी के लिए 260 अधिकारियों को 260 गांवो का निरीक्षण करने के आदेश दिए है। अधिकारियों ने भी इस महत्वपूर्ण दायित्व को निभाते हुए बैगा समुदाय के नागरिकों से रुबरु हो रहे हैं। बालाघाट. प्रधानमंत्री जनमन न्याय योजना के तहत पिछले वर्ष नवंबर माह से […]
बैगा बस्तियों में धरातल पर हुए कार्यों की जानकारी और निगरानी के लिए 260 अधिकारियों को 260 गांवो का निरीक्षण करने के आदेश दिए है। अधिकारियों ने भी इस महत्वपूर्ण दायित्व को निभाते हुए बैगा समुदाय के नागरिकों से रुबरु हो रहे हैं।
बालाघाट. प्रधानमंत्री जनमन न्याय योजना के तहत पिछले वर्ष नवंबर माह से बैगा बस्तियों में रहने वाले ग्रामीणों के समग्र विकास का सिलसिला शुरु हुआ था।
कलेक्टर मृणाल मीना ने बैगा बस्तियों में धरातल पर हुए कार्यों की जानकारी और निगरानी के लिए 260 अधिकारियों को 260 गांवो का निरीक्षण करने के आदेश दिए है। अधिकारियों ने भी इस महत्वपूर्ण दायित्व को निभाते हुए बैगा समुदाय के नागरिकों से रुबरु हो रहे हैं। गुरुवार को मत्स्य उपसंचालक पूजा रोडगे, डाइट प्राचार्य नरेद मलगाम, खनिज अधिकारी आरके खातरकर, कृषि उपसंचालक राजेश खोब्रागड़े, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री बीएल उइके सहित अन्य अधिकारी गांव पहुंचे।
बकोड़ा के 4 परिवार हुए लाभाविंत
मत्स्य विभाग उपसंचालक पूजा रोडगे ने बताया कि बकोड़ा गांव में बैगा समुदाय के 4 परिवारों के 12 सदस्य निवास करते है। इन परिवारों को आवास योजना के साथ ही आयुष्मान कार्ड, आधार, समग्र आइडी, पेंशन, आहार अनुदान का लाभ मिला है। उन्होंने बकोड़ा के राममिलन मडावी, अर्चना मडावी, संतोष मरकाम सहित अन्य से जानकारी ली। इस गांव में प्राथमिक शाला और आरोग्य केंद्र भी बना है। गांव तक सडक़ भी है और सभी घरों में बिजली कनेक्शन होने के साथ ही पेयजल की भी उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है।
सर्रा बस्ती में अधिकारियों ने जानी हकीकत
डाइट प्राचार्य नरेंद्र मलगाम भी बैगा बस्ती सर्रा पहुंचे। यहां उन्होंने कई नागरिकों से चर्चा करते हुए उनकी आवश्यकताओं के बारे में जाना। बैगा महिला चंद्रवती मडावी ने बताया कि घर बन गया है। सभी सुविधाएं मिल रही है। लेकिन जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पाया है। सचिव ने जानकारी दी कि जाति प्रमाण पत्र बन गए है। सभी को एक साथ कार्यक्रम में वितरित किए जाएंगे। सर्रा में कुल 24 परिवार है। यहां सभी के आवास या तो बन गए है या स्वीकृत हो गए है।