बालोद

Success Story: मजदूर का बेटा बना अग्निवीर, बोला – बचपन से ही सोच रखा था कि आर्मी में जाऊंगा…. पहले ही प्रयास में हासिल की सफलता

Success Story: बालोद जिला मुख्यालय से लगभग 10 किमी दूरी पर स्थित ग्राम देवारभाट में गरीब मजदूर के बेटे 19 वर्षीय फनीष कुमार का अग्निवीर के लिए चयन हुआ है।

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Apr 28, 2025

Success Story: बालोद जिला मुख्यालय से लगभग 10 किमी दूरी पर स्थित ग्राम देवारभाट में गरीब मजदूर के बेटे 19 वर्षीय फनीष कुमार का अग्निवीर के लिए चयन हुआ है। युवक जब 11वीं की पढ़ाई कर रहा था, तब से आर्मी में जाने की तैयारी कर रहा था। गांव में चयनित अन्य जवानों को देख वह प्रेरित होता था। हाइट अच्छी होने के कारण शुरुआत से ही आर्मी में जाने का सपना संजोए हुए था। गांव के स्कूल मैदान में रोज अभ्यास करता था। उसका उद्देश्य अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारना था।

पहले प्रयास में चयनित

उनकी माता अंजनी और पिता दौलत राम ठाकुर रोजी मजदूरी के भरोसे गुजारा कर रहे हैं। परिवार में उनकी एक छोटी बहन भी है। सभी की जिमेदारी भविष्य में फनीष कुमार पर ही आने की थी। देश सेवा के जज्बे के साथ आर्मी की तैयारी कर रहा था और पहले ही प्रयास में अग्निवीर के लिए चयनित हो गया।

अग्निवीर के लिए कॉलेज की पढ़ाई शुरू नहीं की

उन्होंने ठान रखा था कि अग्निवीर में चयनित होना है। इसलिए 12वीं के बाद कॉलेज की पढ़ाई शुरू ही नहीं की थी। लगन के साथ शारीरिक और लिखित परीक्षा की तैयारी में लगा रहा और उसे सफलता मिल गई। गरीब परिवार से अग्निवीर के लिए चयनित होने से गांव में जश्न का माहौल रहा। फनीष अपनी ट्रेनिंग लेने सिकंदराबाद रवाना हो चुका है। ग्रामवासियों ने उनका तिलक अभिनंदन कर विदाई दी और उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

एक ही दिशा में प्रयासरत रहा

फनीष का कहना है कि घर की आर्थिक स्थिति कमजोर है। 12वीं गणित विषय लेकर झलमला हायर सेकंडरी स्कूल में पढ़ाई की थी। बचपन से ही सोच रखा था कि एक दिन आर्मी में जाऊंगा। इसी सोच के कारण एक ही दिशा में प्रयासरत रहा और सफलता मिल गई। उनकी सफलता से गांव के अन्य युवा भी उत्साहित हैं। देश सेवा में जाने की तैयारी कर रहे हैं।

Published on:
28 Apr 2025 10:49 am
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