जल जीवन मिशन के तहत कई गांवों में कार्यों का हाल-बेहाल है। जिले के कई गांवों से लगातार शिकायत मिल रही है। जल जीवन मिशन के तहत गांवों में बनाई गई पानी टंकी घटिया साबित हो रही हैं।
Jal Jeevan Mission : बालोद जिले में जल जीवन मिशन के तहत कई गांवों में कार्यों का हाल-बेहाल है। जिले के कई गांवों से लगातार शिकायत मिल रही है। जल जीवन मिशन के तहत गांवों में बनाई गई पानी टंकी घटिया साबित हो रही हैं। यही वजह है कि इन टंकियों में पानी भरने के बाद पानी रूकता नहीं बल्कि सीपेज होकर नीचे गिर रहा है। लगातार शिकायत के बावजूद भी कोई कार्रवाई जिम्मेदार विभाग नहीं कर रहा है, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी भी देखी जा रही है। जिले के ग्राम सोहपुर, ग्राम देवगहन, आनंदपुर, दरबारी नवागांव सहित और भी कई गांवों में स्तरहीन पानी टंकी के निर्माण की शिकायत आई है। हालांकि पीएचई विभाग कह रहा है कि सोहपुर में पानी टंकी निर्माण के मामले में जांच कमेटी बनाई गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
जिले के कई गांवों में तो अभी भी पानी टंकी का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। वहीं कई गांव ऐसे भी हैं, जहां पानी टंकी का निर्माण हो चुका है पर वहां पानी की सप्लाई शुरू नहीं हुई है। ऐसे में आगामी दो माह बाद गर्मी का सीजन शुरू हो जाएगा। गर्मी शुरू होने के बाद जिन गांवों में जल जीवन मिशन के तहत पानी सप्लाई नहीं की गई है। उन गांवों में पानी की समस्या गर्मी के दिनों में हो सकती है।
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पीएचई विभाग के मुताबिक जिले भर में गांवों में जल जीवन मिशन के तहत कुल 561 टंकी बनानी है, जिसके जवाब में अब तक 457 टंकी बनकर तैयार हैं पर इनमें से लगभग 100 गांवों में तो पानी टंकी से पाइपलाइन का कनेक्शन ही नहीं किया गया है और गांव में मिशन के तहत पाइपलाइन का विस्तार हुआ है पर कनेक्शन नहीं किए गए हैं। इसलिए पानी की सप्लाई नहीं हो रही। विभाग के मुताबिक 325 गांव ऐसे हैं, जहां पानी टंकी से पूरे गांव के घरों में नलों के माध्यम से पानी की सप्लाई हो रही है।
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जल जीवन मिशन सिर्फ प्रदर्शनी तक ही सीमित रह गया है। कई गांवों में काम अधूरा पड़ा हुआ है। उसे पुन: चालू कराने कोई ध्यान विभाग नहीं दें रहा है। जिले के लगभग 104 गांव ऐसे हैं, जहां पानी टंकी का निर्माण तो शुरू हुआ लेकिन काम अधूरा है। कुछ ऐसे गांव हैं, जहां विगत दिनों से पानी टंकी का निर्माण ही अधूरा है। यह आंकड़ा पीएचई विभाग के अनुसार नवंबर माह तक की स्थिति के अनुसार है।
ग्राम पंचायत दरबारी नवागांव में गुणवत्ताहीन पानी टंकी को तोड़कर नया बनाने की मांग ग्रामीणों ने पीएचई विभाग से की है। गांव के सरपंच गिरीश निर्मलकर ने बताया कि गांव में साल 2021 से पानी टंकी का निर्माण शुरू हुआ है, जो आज तक अधूरा है। एक करोड़ रुपए से अधिक की लागत से यहां पानी टंकी का निर्माण शुरू हुआ लेकिन विभाग के अधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही के चलते ठेकेदार ने घटिया निर्माण किया है। टंकी में जब पानी भरा गया तो पानी का सीपेज रो रहा है। यहां तक की टंकी सीधी नहीं बल्कि टेढ़ी बनी है और अभी से दरारें आनी शुरू हो गई है, जिसके चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। सरपंच ने बताया कि गांव में पाइपलाइन बिछाने का काम भी अधूरा पड़ा हुआ है। कहीं नल की टोटी नहीं लगी तो कहीं घर तक कनेक्शन भी नहीं पहुंचा है।
बीते दिनों ग्राम सोहपुर के ग्रामीण कलेक्टोरेट आए थे और गांव में बनी पानी टंकी के काफी गुणवत्ताहीन होने की शिकायत कलेक्टर से की। ग्रामीणों ने कहा कि पानी टंकी में पानी डालने पर सीपेज होता है। पानी ठहरता ही नहीं है। तत्काल पानी टंकी को तोड़कर अच्छी गुणवत्ता के साथ टंकी का निर्माण किया जाए। इस मामले में पीएचई विभाग के ईई सागर वर्मा ने कहा कि जहां-जहां खराब पानी टंकी के निर्माण की जानकारी मिली है। उस पानी टंकी की जांच के लिए जांच टीम गठित की गई है। गठित जांच टीम की रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।