Baloda Bzara News: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में ढाबाडीह गांव के बंद पडे़ पत्थर खदान में महिला की लाश मिली थी। शव के पास से डेढ़ लाख रुपए बरामद किया गया था।
Kajal Kinnar Murder Case: बलौदाबाजार ढाबाडीह गांव की बंद पड़ी खदान में सोमवार को किन्नर की तैरती लाश मिली थी। उसके पास से डेढ़ लाख भी बरामद हुए थे, जिसके बाद पूरा मामला संदिग्ध हो गया था। मामले में 5 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को बलौदाबाजार पुलिस ने बड़ा खुलासा किया। बताया गया कि रायपुर के जोरा में किन्नरों का आश्रम है। इसी का मुख बनने के लिए साथी किन्नरों ने राजधानी के ही 3 लड़कों को 12 लाख रुपए में सुपारी देकर हत्या करवाई थी।
बता दें कि सोमवार को ढाबाडीह में बंद पड़े पत्थर खदान में एक लाश मिली थी। यह रायपुर में जोरा स्थित किन्नर आश्रम में रहने वाली काजल की थी। मामले में पुलिस ने साथी किन्नर तपस्या उर्फ मो. इमरान भोईर (36) और निशा श्रीवास (51) के साथ 3 सुपारी किलर हिमांशु बंजारे (28), कुलदीप कुरील (29) और अंकुश चौधरी (28) को भी गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में तपस्या ने बताया कि मुंबई से वह 4 साल पहले रायपुर आई थी। वह शुरू से किन्नरों की लीडर बनना चाहती थी। लेकिन, आश्रम नायक का झुकाव काजल की ओर अधिक था। किन्नरों की अगली लीडर काजल न बन जाए, इसलिए उसने उसे अपने रास्ते से हटाने की ठानी। इसमें उसने अपनी साथी निशा की मदद ली।
निशा ने अपने ड्राइवर हिमांशु से इस बारे में बात की। उसने अपने दो साथियों कुलदीप और अंकुश को काजल को ठिकाने लगाने के लिए तैयार कर लिए। बदले में तीनों को 12 लाख रुपए लेने की बात की। तपस्या ने जैसे-तैसे 12 लाख जोड़े और निशा के जरिए हिमांशु को काजल की सुपारी दी।
आरोपियों के कब्जे से साढ़े 10 लाख रुपए बरामद किया गया है। पुलिस के मुताबिक, किन्नर काजल किन्नर मठ का प्रमुख बनना चाहती थी। तपस्या के मठ प्रमुख बनने के रास्ते की सबसे बड़ी चुनौती काजल थी। इसलिए मुख्य आरोपी तपस्या ने 12 लाख की सुपारी देकर काजल की हत्या करा दी।