राज्य सरकार चाहे तो इस संकट का तुरंत समाधान कर सकती है।
अखिल भारतीय लोकतांत्रिक छात्र संगठन (एआइडीएसओ) ने राज्य के सरकारी डिग्री कॉलेजों में अतिथि व्याख्याताओं की नियुक्ति में देरी का कड़ा विरोध किया है। छात्रों से कक्षाओं के सामूहिक बहिष्कार का आह्वान किया है।
एआइडीएसओ के राज्य सचिव अजय कामत ने बुधवार को कहा कि राज्य Karnataka भर के सरकारी डिग्री कॉलेजों में अतिथि व्याख्याताओं की नियुक्ति में सरकार की देरी के कारण हजारों डिग्री छात्रों का भविष्य खतरे में है। पिछले कुछ सप्ताह से, राज्य भर के 20 से ज्यादा जिलों में 5,000 से ज्यादा छात्र न्याय के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके बावजूद, सरकार का लापरवाह रवैया जारी है।
इस समस्या के समाधान के लिए कई बार अपील करने के बावजूद, सरकार ने कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी है। इसके विरोध में, एआइडीएसओ कर्नाटक राज्य समिति ने 27 सितंबर को राज्य के सभी सरकारी डिग्री छात्रों से स्वैच्छिक कक्षा बहिष्कार का आह्वान किया है।उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों से कक्षाएं ठीक से नहीं चल रही हैं। इसी अवधि के दौरान, निजी कॉलेजों ने अपना पाठ्यक्रम, आंतरिक परीक्षाएं पूरी कर ली हैं और सेमेस्टर परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के अनुसार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य नहीं है। राज्य सरकार चाहे तो इस संकट का तुरंत समाधान कर सकती है।