किसान पहले ही सूखा, अत्यधिक वर्षा और फसल कीमतों में गिरावट के कारण नुकसान झेल रहे हैं। अब, कुछ शहरों में रहने वाले लोग धोखाधड़ी से अपने नाम जमीन रिकॉर्ड में दर्ज कराकर किसानों पर दबाव डाल रहे हैं कि ये जमीन उनकी है। किसानों की जमीन हड़पने की यह कोशिश कभी सफल नहीं होगी।
फेडरेशन ऑफ फार्मर्स एसोसिएशंस के अध्यक्ष कुरुबूर शांता कुमार ने चेतावनी दी है कि सरकारी जमीन Land पर दशकों से खेती कर रहे किसानों Farmer को बेदखल करने का कोई भी प्रयास कृषक समुदाय के पुरजोर विरोध का सामना करेगा।
रविवार को मैसूरु Mysuru में किसानों की एक सभा को संबोधित करते हुए शांता कुमार ने आरोप लगाया कि कुछ भूमि माफिया समूह 2002 में शुरू किए गए डिजिटाइज्ड 'पाहनी' रिकॉड्र्स का दुरुपयोग कर अवैध तरीके से जमीन का स्वामित्व दावा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, किसान पहले ही सूखा, अत्यधिक वर्षा और फसल कीमतों में गिरावट के कारण नुकसान झेल रहे हैं। अब, कुछ शहरों में रहने वाले लोग धोखाधड़ी से अपने नाम जमीन रिकॉर्ड में दर्ज कराकर किसानों पर दबाव डाल रहे हैं कि ये जमीन उनकी है। किसानों की जमीन हड़पने की यह कोशिश कभी सफल नहीं होगी।
उन्होंने राज्य Karnataka सरकार द्वारा तय किए गए अतिरिक्त 100 रुपए प्रति टन गन्ना मूल्य को तुरंत किसानों के खातों में जमा करने के लिए शुगर फैक्ट्रियों से आग्रह किया।इस कार्यक्रम में जिला महासचिव बरदनपुर नागराज, तालुक अध्यक्ष लक्ष्मिपुर वेंकटेश, वरकोडु नागेश सहित कई अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया।