प्रत्येक रिजर्व में दो-दो कुत्तों को तैनात किया जाएगा, जो वन विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर घातक खतरे का पता लगाने, गंध ट्रैक करने और संदिग्धों तक पहुंचाने का काम करेंगे।
वन विभाग ने राज्य Karnataka के टाइगर रिजर्व में वन्यजीव अपराध के खिलाफ ‘कैनाइन स्क्वॉड’ तैयार की है। इस टीम में शामिल 10 कुत्तों ने सोमवार को एक वर्ष की कड़ी ट्रेनिंग पूरी कर ली। अब ये कुत्ते राज्य के पांच टाइगर रिजर्व में तैनात होंगे।
प्रत्येक रिजर्व में दो-दो कुत्तों को तैनात किया जाएगा, जो वन विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर घातक खतरे का पता लगाने, गंध ट्रैक करने और संदिग्धों तक पहुंचाने का काम करेंगे।
बंडीपुर टाइगर रिजर्व Bandipur Tiger Reserve के निदेशक एस. प्रभाकरण ने बताया कि कुत्तों Dog और उनके हैंडलर्स ने कठिन प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा किया है, जिसमें उन्हें वन्यजीव अपराध जैसे शिकार और अवैध व्यापार का पता लगाने की ट्रेनिंग दी गई। कैनाइन व्यवहार विशेषज्ञ अमृत एस. हिरण्य न इस प्रशिक्षण का नेतृत्व किया।
प्रभाकरण ने कहा, ये टीम कर्नाटक के वन्यजीव और प्राकृतिक धरोहर की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और यह सरकार की नवाचारी और प्रभावी संरक्षण रणनीतियों की प्रतिबद्धता का उदाहरण है। प्रशिक्षित कुत्तों और हैंडलर्स को सोमवार को प्रमाणपत्र वितरित किए गए।