प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह सिर्फ कोडुगू के किसानों farmer की नहीं बल्कि पूरे राज्य की समस्या है। वन विभाग किसानों को परेशान कर रहा है। राज्य और केंद्र सरकारें आंखें मूंदे हुए हैं।
कोडुगू जिले के सैकड़ों किसानों ने सोमवार को सोमवारपेट शहर के बीचों-बीच मानव श्रृंखला बना कैटेगरी-सी और डी की जमीन को जंगल forest में बदलने के सरकार के निर्णय का विरोध किया।
किसानों ने आरोप लगाया कि वन विभाग सेक्शन 4 के तहत एक नोटिफिकेशन के जरिए खेती की जमीन को रिजर्व फॉरेस्ट में बदलने की साजिश रच रहा है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह सिर्फ कोडुगू के किसानों farmer की नहीं बल्कि पूरे राज्य की समस्या है। वन विभाग किसानों को परेशान कर रहा है। राज्य और केंद्र सरकारें आंखें मूंदे हुए हैं।
सरकारों की लापरवाही किसानों पर भारी
रैयत होराटा समिति के अध्यक्ष सुरेश चक्रवर्ती ने कहा कि पिछली सरकारों और अधिकारियों ने संयुक्त सर्वेक्षण नहीं किया था। अधिकारियों ने कमरे में बैठकर गलत जानकारी दी। अधिकारियों की गैर-जिम्मेदारी और सरकारों की लापरवाही के कारण आज किसान सड़कों पर आ गए हैं।
उन्होंने जिले के विधायक से दखल देने और दशकों पुरानी इस समस्या को हल करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि वन विभाग के लोग फसलों को नष्ट करके किसानों का शोषण कर रहे हैं।
कर्नाटक राज्य किसान संघ की ग्रीन आर्मी की प्रदेश कार्यकारी सदस्य मंजू किरण ने कहा कि राजनीतिक पार्टियां लोगों की जमीन और रोजी-रोटी खा रही हैं। इन पर भरोसा नहीं करना चाहिए।