श्रम सुधारों का उल्लेख करते हुए मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने 29 श्रम कानूनों को समाप्त कर उन्हें चार श्रम संहिताओं में समाहित किया है, ताकि श्रमिकों के हितों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे Shobha Karandlaje ने कहा है कि संगठित क्षेत्र के श्रमिकों और उनके आश्रितों को इएसआइसी अस्पतालों में मिलने वाली मुफ्त चिकित्सा सेवाएं जल्द ही असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों तक भी विस्तारित की जाएंगी। इससे कृषि, ठेका, गारमेंट सहित अन्य असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों को लाभ मिलेगा।
मंगलवार को कलबुर्गी स्थित इएसआइसी मेडिकल कॉलेज में खेल परिसर, रूफटॉप सोलर पावर सिस्टम और भूजल रिचार्ज सुविधाओं का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस विजन के अनुरूप है, जिसमें संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों के श्रमिकों को व्यापक सामाजिक सुरक्षा देने पर जोर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि 560 बिस्तरों की क्षमता वाला कलबुर्गी इएसआइसी अस्पताल फिलहाल पूरी तरह उपयोग में नहीं है। सेवाएं मुख्य रूप से संगठित क्षेत्र के बीमित श्रमिकों तक सीमित होने के कारण बिस्तरों की उपयोगिता 50 प्रतिशत से कम है। असंगठित श्रमिकों तक सेवाओं का विस्तार होने से अस्पताल की अधोसंरचना का बेहतर उपयोग हो सकेगा।
श्रम सुधारों का उल्लेख करते हुए मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने 29 श्रम कानूनों को समाप्त कर उन्हें चार श्रम संहिताओं में समाहित किया है, ताकि श्रमिकों के हितों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने कहा कि छात्रों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल और योग जरूरी हैं। कार्यक्रम के बाद उन्होंने मेडिकल, पैरामेडिकल और नर्सिंग छात्रों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं और अस्पताल में जल्द सीटी स्कैन व एमआरआइ सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।