बांसवाड़ा

2 साल से जमीन में गड़े ‘अरविन्द’ को गठरी में बांध ले गए मां, बहन और भतीजे

रौंगटे खड़े कर देने वाली यह वारदात 2 साल पहले हुई थी, लेकिन पुलिस केवल गुमशुदगी का मामला दर्ज कर बैठी थी।

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Rajasthan Crime News: राजस्थान के बांसवाड़ा में दो साल पहले पत्नी और साडू के हाथों मारे गए अरविन्द की लाश निकालने जब घर के पीछे पुलिस ने शनिवार को खुदाई करवाई, तो बस कंकाल निकला। पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम और नमूना संग्रहण के बाद गठरी में बांधा और उसके अपनों को सौंप दिया। अरविन्द की मां, बहन और भतीजे कंकाल को गठरी में बांध अपनी गोद में ले घर की ओर निकल गए।

सल्लोपाट थानाधिकारी देवीलाल ने बताया कि शनिवार सुबह घटनास्थल पर खुदाई करवाई तो एक नर कंकाल मिला। कंकाल एकत्र कर महात्मा गांधी अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया। मृतक अरविन्द पुत्र कनिपा की मां और बहन से शिनाख्त करवाई। कंकाल के पास किसी प्रकार का हथियार या अन्य कोई धातु या ऐसी चीज नहीं मिली, जिससे कोई खास जानकारी मिले।

रौंगटे खड़े कर देने वाली यह वारदात 2 साल पहले हुई थी, लेकिन पुलिस केवल गुमशुदगी का मामला दर्ज कर बैठी थी। सज्जनगढ़ थाना पुलिस हेजामाल निवासी अरविंद कनिपा की तलाश कर रही थी। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में घर के पिछले हिस्से की खुदाई करवाई गई, जहां बाथरूम बना था। पुलिस को केवल कंकाल बरामद हुआ।

जमीन से निकाले गए अपने बेटे का कंकाल देखकर बिलख पड़ी शांता ने बताया कि वह तो झालोद में रहती है। बेटे को देखने आई थी, पर उसे बोरे में बंद कर कंकाल सौंपा गया। उसने बताया कि बेटे के गायब होने के बाद जब भी वह अपनी बहू परम से बेटे के बारे में पूछती थी तो वह हमेशा एक ही बात कहती थी ‘तुम्हारा बेटा दूसरी औरत को लेकर भाग गया है।’ मां बोली कि परम ने इतना बड़ा झूठ दो साल तक उससे कैसे छुपाए रखा।

हत्या की आरोपी का बहनोई भी गिरफ्तार

पोस्टमार्टम के बाद संग्रहित कंकाल के नमूनों की फोरेंसिक जांच की जाएगी। इससे यह पता लगेगा कि कंकाल मृतक अरविंद का ही था या और किसी का। प्रकरण में दूसरे आरोपी धनपाल को भी पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर जेल से गिरफ्तार किया है। हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी की बरामदगी कर ली गई है।

रक्षाबंधन के अगले दिन गत 20 अगस्त को सज्जनगढ़ थाना क्षेत्र के हेजामाल गांव में सुनील नाम के युवक की हत्या कर शव हिरण नदी में फेंक दिया गया था। पुलिस ने पड़ताल कर भरड़ाजाल निवासी धनपाल पुत्र चम्पालाल कनिपा और हेजामाल निवासी परम नाम की महिला को गिरफ्तार किया था। पैसों के लेन-देन में हत्या की गई।

आरोपी परम रिश्ते में सुनील की बुआ लगती है तथा दूसरा आरोपी धनपाल परम का बहनोई है। दोनों से सुनील की हत्या के मामले में पूछताछ की जा रही थी, तब पता चला कि आरोपी महिला ने अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी पहले से दर्ज कराई हुई है। सख्ती से पूछताछ करने पर महिला ने दो साल पुरानी वारदात का राज खोल दिया। पुलिस भी चौंक गई। सज्जनगढ़ थानाधिकारी नागेंद्र सिंह की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज किया गया। जांच सल्लोपाट थानाधिकारी देवीलाल को सौंपी गई।

4 बच्चों को भी पता नहीं चलने दिया

मृतक अरविंद की मां शांता और बहन संवली ने बताया कि उसके 4 बच्चे हैं, जिनमें 2 लडक़े और 2 लड़कियां हैं। सभी बच्चे परम के साथ ही रहते हैं। परम इतनी शातिर महिला है कि उसने कभी भी अपने बच्चों तक को यह पता नहीं लगने दिया कि उसके पिता की ही हत्या कर वह शव घर की जमीन में ही गाड़ चुकी है।

पुलिस कराएगी डीएनए जांच!

कंकाल के नमूने की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही आगे कार्यवाही की जाएगी। कंकाल की पहचान सुनिश्चित करने के लिए डीएनए जांच कराई जा सकती है।

इस टीम ने किया खुलासा

इन दो सनसनीखेज हत्याकाण्ड का खुलासा पुलिस अधीक्षक हर्षवर्द्धन अग्रवाला, एएसपी डॉ. राजेश भारद्वाज, डीएसपी शिवन्या सिंह व विनय कुमार चौधरी के निर्देशन में थानाधिकारी नागेन्द्र सिंह, एसआई देवीलाल, एएसआई नरेन्द्र सिंह, लोकेन्द्र सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मियों की टीम ने किया।

Published on:
01 Sept 2024 01:18 pm
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