High Speed Bus Accident: बाराबंकी के कोतवाली रामसनेहीघाट क्षेत्र में गोरखपुर से लखनऊ जा रही डबल डेकर बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में ढाई दर्जन से अधिक यात्री घायल हुए। पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुँच कर रेस्क्यू अभियान चलाया और घायलों को अस्पताल भिजवाया। दो यात्रियों को गंभीर हालत में लखनऊ रेफर किया गया।
Double-Decker Bus Overturned in Barabanki: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में गुरुवार सुबह एक बड़ा सड़क हादसा हुआ। गोरखपुर से लखनऊ जा रही एक डबल डेकर बस तेज रफ्तार के कारण अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे ढाई दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गए। हादसे की सूचना पर एएसपी, एसडीएम और पुलिस बल मौके पर पहुंचे और घायलों को तुरंत अस्पताल भिजवाया गया। दो यात्रियों की हालत गंभीर होने के चलते उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया।
यह हादसा कोतवाली रामसनेहीघाट क्षेत्र में उस समय हुआ जब गोरखपुर से लखनऊ की ओर जा रही निजी डबल डेकर बस अचानक सड़क किनारे अनियंत्रित होकर पलट गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस की रफ्तार काफी तेज थी और चालक बस पर नियंत्रण नहीं रख सका। अचानक ब्रेक लगाने के दौरान बस का संतुलन बिगड़ गया और वह सड़क किनारे पलट गई।
हादसे की खबर मिलते ही एएसपी, एसडीएम और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुँचे। पुलिस टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया। बस में फंसे यात्रियों को निकालकर एंबुलेंस से नजदीकी अस्पताल भेजा गया। गंभीर रूप से घायल दो यात्रियों को प्राथमिक उपचार के बाद लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। एएसपी ने बताया कि हादसे में कुल 25 से अधिक यात्री घायल हुए हैं। फिलहाल घायलों का इलाज चल रहा है और सभी की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
प्रशासन ने तुरंत घायलों की सूची तैयार की और यात्रियों के परिजनों को सूचना देने की प्रक्रिया शुरू की। अस्पताल प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया गया है ताकि घायलों को समय पर उचित इलाज मिल सके।
प्रारंभिक जांच में हादसे की वजह बस की तेज रफ्तार मानी जा रही है। पुलिस का कहना है कि चालक से पूछताछ की जाएगी और यदि उसकी लापरवाही सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी। सड़क पर बने गड्ढे और खराब स्थिति भी जांच के दायरे में हैं।
हादसे में घायल यात्रियों ने बताया कि बस काफी तेज गति से चल रही थी। कई यात्रियों ने चालक को सावधानी बरतने की सलाह भी दी थी, लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया। अचानक झटका लगने से बस सड़क किनारे पलट गई और यात्रियों के बीच चीख-पुकार मच गई। घायल यात्री राजेश कुमार ने बताया, “बस के पलटते ही अंदर अफरा-तफरी मच गई। लोग सीटों के बीच फंस गए। पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से हमें बाहर निकाला गया।”
हादसे के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस के साथ रेस्क्यू कार्य में जुट गए। ग्रामीणों ने बस का दरवाजा तोड़कर यात्रियों को बाहर निकालने में मदद की। प्रशासन ने ग्रामीणों के सहयोग की सराहना की है।
इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार बसों के संचालन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों का कहना है कि डबल डेकर बसों में अक्सर क्षमता से अधिक यात्री बैठा दिए जाते हैं और चालक तेज रफ्तार में वाहन चलाते हैं, जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है।
कोतवाली रामसनेहीघाट पुलिस का कहना है कि फिलहाल प्राथमिकता घायलों को इलाज उपलब्ध कराना है। बाद में जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। बस को क्रेन की मदद से सड़क से हटवाया गया और यातायात बहाल किया गया। एएसपी ने बताया कि, “हादसे की जांच की जा रही है। यदि चालक की लापरवाही पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यातायात नियमों के पालन के लिए भी विशेष निर्देश जारी किए जाएंगे।”
प्रशासन की ओर से घायल यात्रियों के मुफ्त इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। गंभीर रूप से घायलों को विशेष चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए जिला अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर को अलर्ट कर दिया गया है।